अमरावती, छह अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने रविवार को कहा कि तमिलनाडु ‘सिद्धों और संतों’ की भूमि है।
उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘संस्कृति और भक्ति परंपराओं के लिए, तमिलनाडु वास्तव में अलग स्थान है और इस भूमि को कई सिद्धों और संतों का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त है।’’
कल्याण ने कहा कि उनके दिवंगत पिता, स्वामी रामकृष्ण परमहंस, शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद के परम भक्त थे।
उन्होंने कहा कि उनके पिता, जिन्होंने रांची से क्रिया योग की दीक्षा ली, उन्होंने अपने सभी बच्चों को प्राचीन ध्यान तकनीक का अभ्यास कराया। उन्होंने कहा कि 1980 और 90 के दशक के दौरान उनके पिता चेन्नई के सैंथोम में महावतार बाबाजी आश्रम जाते थे और तिरुवन्नामलाई में नियमित अंतराल पर ‘योगी राम सूरत कुमार’ की सेवा करते थे।
कल्याण ने तीन अक्टूबर को कहा था कि ‘सनातन धर्म’ का विरोध करने वालों का सफाया हो जाएगा।
उन्होंने कहा था, ‘‘अगर कोई सनातन धर्म को मिटाने की कोशिश करता है, तो मैं आपको बता दूं, भगवान बालाजी के समक्ष कह रहा हूं, आप मिट जाएंगे।’’
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने आंध्र प्रदेश के अपने समकक्ष पवन कल्याण की ‘सनातन धर्म’ संबंधी टिप्पणी पर शुक्रवार को अपनी सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए सिर्फ इतना कहा था, ‘‘अभी देखते हैं।’’
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ठाणे : नशे में धुत चालक पकड़ा गया, वाहन में…
1 hour ago