श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी के चेहरे पर पछतावे का कोई भाव नहीं था : पुलिस |

श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी के चेहरे पर पछतावे का कोई भाव नहीं था : पुलिस

श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी के चेहरे पर पछतावे का कोई भाव नहीं था : पुलिस

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:13 PM IST
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Published Date: November 16, 2022 9:47 am IST

मुंबई, 16 नवंबर (भाषा) अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब पूनावाला को जब महाराष्ट्र की मानिकपुर पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में पूछताछ के लिए बुलाया था, तब उसके चेहरे पर पछतावे का कोई भाव नहीं था और वह आत्मविश्वास से भरा नजर आ रहा था। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

सहायक पुलिस निरीक्षक संपतराव पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कॉल सेंटर कर्मी वालकर के लापता होने के बाद जब उसके परिवार ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई, तो पालघर के वसई कस्बे की मानिकपुर पुलिस ने पूनावाला को पिछले महीने और फिर तीन नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था।

उन्होंने बताया कि दोनों ही मौकों पर आरोपी ने पुलिस से कहा था कि वालकर उसके साथ नहीं रहती और वह उसे छोड़कर चली गई है।

गौरतलब है कि करीब छह माह पहले दिल्ली के महरौली इलाके में पूनावाला ने वालकर की कथित रूप से हत्या कर दी थी। उसने वालकर के शव के करीब 35 टुकड़े कर उन्हें लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर की क्षमता वाले फ्रिज में रखा और फिर कई दिनों में धीरे-धीरे कर उन्हें दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में फेंक दिया।

पाटिल ने कहा, ‘‘पूनावाला को सबसे पहले अक्टूबर में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उसे बाद में जाने दिया गया। इसके बाद तीन नवंबर को उसे फिर बुलाया गया और उसका दो पन्नों का बयान दर्ज किया गया। दोनों ही बार वह आत्मविश्वास से भरा नजर आया और उसके चेहरे पर पछतावे का कोई भाव नहीं था।’’

अधिकारी ने बताया कि वे पिछले साल दिल्ली के महरौली पुलिस थाने गए थे और उन्होंने पूनावाला से पूछताछ की थी, लेकिन उस समय भी वह यही बात दोहराता रहा कि वह और वालकर अब साथ नहीं रहते।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूनावाला से दिल्ली के पुलिस थाने में घंटों पूछताछ की, लेकिन हमें उस पर कभी शक नहीं हुआ।’’

वालकर के करीबी दोस्त रजत शुक्ला ने आशंका जताई कि पूनावाला श्रद्धा पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहा होगा।

शुक्ला ने कहा, ‘‘वह (पूनावाला) आम आदमी नहीं है। …पूरे मामले के पीछे ‘लव जिहाद’, आतंकवाद या कोई और मिशन हो सकता है… इस मामले में जांच होनी चाहिए और सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। वह लोगों को गुमराह कर रहा था, लेकिन अब सच को सामने लाना ही होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पूनावाला कोई प्रेमी नहीं लगता, क्योंकि कोई किसी ऐसे व्यक्ति के शरीर के टुकड़े कर उन्हें फ्रिज में रखकर जंगल में नहीं फेंक सकता, जिससे वह प्रेम करता हो।’’

शुक्ला ने कहा कि उन्हें पूनावाला के वालकर के साथ ‘लिव-इन’ में रहने का 2019 में पता चला था।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ऐसा लगता है कि दोनों के बीच 2018 से संबंध था और उन्होंने इसे छिपाकर रखा। हमारे कुछ दोस्त भी पूनावाला से मिले थे।’’

भाषा

सिम्मी पारुल

पारुल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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