शिवसेना ने औरंगजेब के मकबरे को मिला ‘संरक्षित स्मारक’ का दर्जा खत्म करने की मांग की |

शिवसेना ने औरंगजेब के मकबरे को मिला ‘संरक्षित स्मारक’ का दर्जा खत्म करने की मांग की

शिवसेना ने औरंगजेब के मकबरे को मिला ‘संरक्षित स्मारक’ का दर्जा खत्म करने की मांग की

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Modified Date: March 27, 2025 / 08:58 PM IST
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Published Date: March 27, 2025 8:58 pm IST

मुंबई, 27 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री शंभूराज देसाई ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना ने केंद्र सरकार से छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्दाबाद में स्थित औरंगजेब के मकबरे को मिला ‘संरक्षित स्मारक’ का दर्जा खत्म करने का अनुरोध किया है।

देसाई ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमारी पार्टी के सांसद राहुल शेवाले ने आज केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की और उन्हें सौंपे एक ज्ञापन में यह मांग की।’’

देसाई ने कहा, ‘‘संरक्षित स्मारक का दर्जा खत्म करने की मंजूरी मिलने के बाद राज्य सरकार कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी।’’

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन मकबरे को हटाने की मांग कर रहे हैं।

इससे पहले 17 मार्च को नागपुर में उस समय तनाव तब बढ़ गया था जब मुगल बादशाह के मकबरे को हटाने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर औरंगजेब की तस्वीर और हरी चादर जला दी थी। इस घटना के बाद उपद्रवियों ने घरों पर हमला किया, वाहनों में आग लगा दी और उत्पात मचाया।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) छत्रपति संभाजीनगर से लगभग 30 किलोमीटर दूर औरंगजेब के मकबरे को प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष अधिनियम 1958 के तहत ‘राष्ट्रीय महत्व के स्मारक’के रूप में संरक्षित करता है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत काम करने वाला एएसआई राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों और पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण के लिए जिम्मेदार है।

भाषा जोहेब धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)