पुणे, पांच जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या और परभणी में न्यायिक हिरासत में सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत की घटना के खिलाफ एक मराठा संगठन ने रविवार को यहां मार्च निकाला।
मोर्चा को संबोधित करते हुए भाजपा विधायक सुरेश धस ने आरोप लगाया कि जून में राज्य सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे के आवास पर उनके सहयोगी वाल्मीक कराड और एक कंपनी के अधिकारियों के बीच बीड में जबरन वसूली पर चर्चा के लिए बैठक हुई थी।
मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े जबरन वसूली के मामले में सीआईडी (अपराध जांच विभाग) के समक्ष आत्मसमर्पण करने के बाद कराड को गिरफ्तार कर लिया गया था।
अखंड मराठा समाज की स्थानीय इकाई ने दोपहर 12 बजे लाल महल से अपना मार्च शुरू किया और जिलाधिकारी कार्यालय पर समाप्त किया।
देशमुख के परिवार के सदस्य, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, सांसद बजरंग सोनवणे, भाजपा विधायक सुरेश धस, मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे समेत सभी दलों के नेता और पदाधिकारी मार्च में मौजूद थे।
प्रदर्शनकारियों ने मुंडे के खिलाफ नारे लगाए और उनसे उनका विभाग वापस लेने की मांग की।
धस ने आरोप लगाया, ‘वाल्मीक कराड और एक नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी के अधिकारियों के बीच 14 जून को धनंजय मुंडे के पराली (बीड जिले में) स्थित आवास पर बैठक हुई थी। मुंडे के पीए ने कंपनी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से बात की थी। मुंबई में मुंडे के आधिकारिक आवास पर भी बैठकें हुईं। बैठक में तीन करोड़ रुपये का सौदा तय हुआ।’
भाजपा विधायक ने कहा कि उन्होंने (पुलिस को) सबूत दे दिए हैं।
देशमुख की हत्या के मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
धस ने पत्रकारों से कहा, ‘‘देशमुख की बेरहमी से हत्या की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्रवाई करेगा। मैं इस मामले में ईडी अधिकारियों, केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखूंगा।’’
उन्होंने कहा कि इस मामले में कुछ पुलिस अधिकारियों को सह-आरोपी बनाया जाना चाहिए और कराड के अंगरक्षक के रूप में काम करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
धस ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री के पद से मुंडे के इस्तीफे की भी मांग की।
भाजपा विधायक ने उपमुख्यमंत्री एवं राकांपा प्रमुख अजित पवार से इस मुद्दे पर गौर करने और निर्णय लेने का आग्रह किया।
देशमुख की नौ दिसंबर को उस समय हत्या कर दी गई थी, जब उन्होंने बीड में पवनचक्की परियोजना संचालित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश को रोकने का प्रयास किया था। महाराष्ट्र के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड को जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
भाषा
शुभम पारुल
पारुल
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