आंध्र प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 17 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया |

आंध्र प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 17 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

आंध्र प्रदेश में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 17 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

:   Modified Date:  September 1, 2024 / 10:03 PM IST, Published Date : September 1, 2024/10:03 pm IST

(फोटो के साथ)

अमरावती (आंध्र प्रदेश), एक सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश में पिछले दो दिन में हुई अभूतपूर्व बारिश के कारण कई स्थानों, विशेषकर विजयवाड़ा और आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और पूरे राज्य में बारिश से प्रभावित 17,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

विजयवाड़ा के बाहरी इलाके में स्थित बुडामेरु नामक छोटी नदी के तटबंध में रविवार को दरार आ गई और कई स्थानों पर यह ऊपर से बहने लगी, जिससे शहर के कई इलाकों, जैसे अजीत सिंह नगर, स्वाति थिएटर क्षेत्र, पुलिस नगर क्षेत्र और पश्चिम व मध्य निर्वाचन क्षेत्र जलमग्न हो गए।

स्थानीय समाचार चैनलों के फुटेज में बाढ़ के कारण इन क्षेत्रों और विजयवाड़ा में कई कारें और वाहन डूबते हुए देखे गए हैं।

शहर के राजराजेश्वरी पेटा में लोगों को जलमग्न सड़क पर छाती तक गहरे पानी से गुजरते देखा गया।

ताडेपल्ली में आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि राज्य में भारी बारिश हुई है।

नायडू ने कहा, ‘भारी बारिश के कारण, विजयवाड़ा और गुंटूर शहर पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। काजा में विजयवाड़ा-गुंटूर राष्ट्रीय राजमार्ग और जग्गैयापेटा में विजयवाड़ा-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से जलमग्न हैं।’

मुख्यमंत्री के मुताबिक, जग्गैयापेटा में 24 घंटे में 26 सेंटीमीटर बारिश हुई, जबकि 14 मंडलों में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।

उन्होंने कहा कि 14 जिलों में 94 अन्य स्थानों पर सात से 12 सेंटीमीटर के बीच बारिश हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि कि बारिश से संबंधित घटनाओँ में नौ लोगों की मौत होने और एक व्यक्ति के गुमशुदा होने का मामला दर्ज किया गया है।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश से प्रभावित 17,000 लोगों को 107 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है, जबकि 1.1 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि क्षेत्र और 7,360 हेक्टेयर बागवानी क्षेत्र को नुकसान हुआ है।

नायडू ने कहा कि लोगों के लिए पुनर्वास केंद्रों पर भोजन की व्यवस्था की जा रही है।

उन्होंने कहा कि राहत सामग्री के रूप में 25 किलोग्राम चावल, तथा एक-एक किलोग्राम दाल, चीनी, प्याज और तेल वितरित किया जा रहा है।

भाषा जोहेब सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)