मानव तस्करी के आरोप में अधिकारी की गिरफ्तारी पर जांच में किया जा रहा सहयोग: नौसेना |

मानव तस्करी के आरोप में अधिकारी की गिरफ्तारी पर जांच में किया जा रहा सहयोग: नौसेना

मानव तस्करी के आरोप में अधिकारी की गिरफ्तारी पर जांच में किया जा रहा सहयोग: नौसेना

:   Modified Date:  June 29, 2024 / 08:45 PM IST, Published Date : June 29, 2024/8:45 pm IST

मुंबई, 29 जून (भाषा) फर्जी दस्तावेजों पर दक्षिण कोरिया में लोगों की तस्करी के आरोप में मुंबई अपराध शाखा द्वारा लेफ्टिनेंट कमांडर रैंक के एक अधिकारी की गिरफ्तारी किए जाने के बाद भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि वह कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेगी।

इस बारे में एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि नौसेना अपने कर्मियों के संबंध में हमेशा आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

लेफ्टिनेंट कमांडर विपिन कुमार डागर (28) को बृहस्पतिवार को दक्षिण मुंबई के कोलाबा से उस गिरोह का हिस्सा होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था जो धन लेकर फर्जी दस्तावेजों पर लोगों को दक्षिण कोरिया भेज रहा था।

पुलिस के अनुसार, डागर के सहयोगियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने इस तरह से आठ-दस लोगों को पूर्वी एशियाई देश भेजा और प्रति व्यक्ति 10 लाख रुपये वसूले गए थे।

रक्षा प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘नौसेना को मुंबई में कोरिया गणराज्य (आरओके) वाणिज्य दूतावास से एक अधिकारी के कदाचार के बारे में शिकायत मिली थी। नौसेना द्वारा जांच किए जाने पर पाया गया कि यह संभवत: एक धोखेबाज़ वीज़ा रैकेट गिरोह से जुड़ा मामला है।’

प्रवक्ता ने कहा, ‘तदनुसार, भारतीय नौसेना ने सिविल पुलिस को अपनी चिंताओं और जानकारी से अवगत कराया, जिसने एक विस्तृत जांच शुरू की। नौसेना कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रही है और अपने कर्मियों के संबंध में हमेशा आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।’

पुलिस ने कहा कि हरियाणा निवासी एवं वायुसेना कर्मी के बेटे डागर को अदालत ने पांच जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

भाषा नेत्रपाल रंजन

रंजन

 

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