प्रधानमंत्री मोदी ने 2029 में रिकॉर्ड चौथे कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी करने का विश्वास जताया |

प्रधानमंत्री मोदी ने 2029 में रिकॉर्ड चौथे कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी करने का विश्वास जताया

प्रधानमंत्री मोदी ने 2029 में रिकॉर्ड चौथे कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी करने का विश्वास जताया

:   Modified Date:  August 30, 2024 / 07:51 PM IST, Published Date : August 30, 2024/7:51 pm IST

मुंबई, 30 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि वह 2029 में रिकॉर्ड चौथे कार्यकाल के लिए सत्ता में वापसी करेंगे।

कुछ राजनीतिक पंडितों ने दावा किया था कि हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में भाजपा के अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं करने के कारण मोदी की चमक फीकी पड़ गई है, लेकिन प्रधानमंत्री ने ‘फिनटेक’ उद्योग के कुछ जानेमाने लोगों के एक समूह से कहा कि वह 2029 में उनके 10वें वार्षिक कार्यक्रम में भी मौजूद रहेंगे।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल किया था, लेकिन 2024 में उसके सांसदों की संख्या बहुमत के लिए जरूरी 272 के आंकड़े को नहीं छू पाई और सरकार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दूसरे घटक दलों के समर्थन पर निर्भर है। अगले आम चुनाव अप्रैल-मई 2029 में होने हैं।

मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘‘यह ग्लोबल फिनटेक फेस्ट का पांचवां संस्करण है। मैं 10वें संस्करण में भी आऊंगा।’’

यह वार्षिक आयोजन 2020 में शुरू हुआ था और 10वें संस्करण का आयोजन 2029 में होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि भारत का ‘फिनटेक इकोसिस्टम’ पूरी दुनिया के जीवन को आसान बनाएगा। हमारा सर्वश्रेष्ठ अभी आना बाकी है…मैंने यहां कुछ स्टार्टअप शुरू करने वालों से मुलाकात की और उन्हें 10 काम सौंपे हैं, क्योंकि फिनटेक एक बहुत ही आशाजनक क्षेत्र है।’’

मोदी ने कहा कि भारत की फिनटेक क्रांति व्यापक रूप से फैली हुई है और कोई भी व्यक्ति हवाई अड्डे पर पहुंचने से लेकर स्ट्रीट फूड और शॉपिंग सेंटर तक इसका साक्षी बन सकता है।

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्ष में उद्योग को 31 अरब डॉलर से अधिक का रिकॉर्ड निवेश प्राप्त हुआ है और साथ ही स्टार्टअप में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि सस्ते मोबाइल फोन, सस्ता डेटा और शून्य बैलेंस वाले जन धन बैंक खातों ने भारत में कमाल कर दिया है।

विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए मोदी ने कहा कि अपने को विद्वान मानने वाले कुछ लोग संसद में खड़े होकर पूछते थे कि गांवों में बैंक नहीं हैं, इंटरनेट कनेक्शन नहीं हैं और बिजली नहीं है, रिचार्जिंग कहां होगा, तो फिनटेक क्रांति कैसे आएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘सरस्वती जब बुद्धि बांट रही थीं, तो ऐसे लोग रास्ते में पहले ही खड़े थे। वो मुझ जैसे ‘चायवाले’ से भी यह पूछते थे।’’

मोदी ने कहा कि फिर भी भारत ने एक दशक में असाधारण क्रांति देखी है।

भाषा वैभव दिलीप

दिलीप

 

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