बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सियासी घमासान; पोस्ट में बिश्नोई गैंग की भूमिका का दावा |

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सियासी घमासान; पोस्ट में बिश्नोई गैंग की भूमिका का दावा

बाबा सिद्दीकी की हत्या पर सियासी घमासान; पोस्ट में बिश्नोई गैंग की भूमिका का दावा

:   Modified Date:  October 13, 2024 / 09:56 PM IST, Published Date : October 13, 2024/9:56 pm IST

(फोटो के साथ)

मुंबई/दिल्ली, 13 अक्टूबर (भाषा) मुंबई के बांद्रा इलाके में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर रविवार को विपक्षी दलों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच तीखी जुबानी जंग हुई। वहीं, एक वायरल सोशल मीडिया पोस्ट में इस वारदात के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ होने का दावा किया गया।

मुंबई की एक अदालत ने पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में गिरफ्तार दो में से एक आरोपी को रविवार को 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। अदालत ने पुलिस को दूसरे आरोपी की उम्र पता लगाने के लिए उसका अस्थि परीक्षण कराने का निर्देश दिया क्योंकि उसने नाबालिग होने का दावा किया है।

पुलिस ने अदालत से कहा कि वह यह जांच करना चाहती है कि क्या महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया।

कांग्रेस ने सिद्दीकी की हत्या मामले में गहन जांच की मांग की और कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को कानून व्यवस्था की विफलता के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा ने इस घटना को लेकर ‘‘ओछी राजनीति’’ करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की।

राकांपा के प्रमुख और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता सिद्दीकी की हत्या का राजनीतिकरण न किया जाए और राज्य सरकार दोषियों को सजा मिलने तक चैन से नहीं बैठेगी।

सिद्दीकी (66) को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने गोली मार दी, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार अपने नेताओं और मुंबई के लोगों को बचाने में विफल रही है। कांग्रेस ने दावा किया कि सरकार इन घटनाओं के जरिए चुनाव की तारीखों को टालने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘यह सरकार अपने आखिरी चरण में है। इसके साथ ही, इसकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और गहन एवं पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए।

गांधी ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘बाबा सिद्दीकी जी की हत्या चौंकाने वाली और दुखद है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। यह भयावह घटना महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति में गिरावट को उजागर करती है। सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय होना चाहिए।’’

खरगे ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘न्याय सुनिश्चित होना चाहिए और वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को गहन और पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए। दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। जवाबदेही तय होनी चाहिए।’’

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि यह घटना ब‍ेहद खेदजनक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने पुलिस को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि कोई भी किसी भी परिस्थिति में कानून अपने हाथों में न ले। हम अपने शहर में गिरोहों के बीच किसी भी प्रकार की लड़ाई को फिर से उभरने नहीं दे सकते।’’

महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के हर कदम को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, जैसे कि राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में की गई दो गिरफ्तारियां और यहां तक ​​कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत होना।

एमवीए की एक और सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना की जिम्मेदारी लेने और मंत्रियों को पद छोड़ने की जरूरत है।

आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि सिद्दीकी की हत्या से देशभर के लोग ‘‘खौफजदा’’ हैं। केजरीवाल ने कहा कि गैंगस्टर ने दिल्ली में भी लगभग इसी तरह का माहौल बना दिया है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सिद्दीकी की हत्या पर दुख जताया और कहा कि इस तरह के कृत्यों का नागरिक समाज में कोई स्थान नहीं है।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी बाबा सिद्दीकी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना ने महाराष्ट्र में ‘चरमराती’ कानून-व्यवस्था की स्थिति को उजागर कर दिया।

वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के नेता इस घटना पर ‘‘बेहद ओछी बयानबाजी’’ कर रहे हैं।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘बाबा सिद्दीकी एक शानदार इंसान थे। हम सभी को उनकी हत्या का बहुत दुख है। उनकी हत्या में शामिल दो लोगों को पकड़ लिया गया है जबकि इसमें लिप्त अन्य लोगों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भी विपक्षी नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर असंवेदनशील बयानबाजी करना उनके लिए ठीक नहीं है।

दशकों तक कांग्रेस में रहने के बाद सिद्दीकी इस साल की शुरूआत में अजित पवार की राकांपा में शामिल हो गए थे। सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में बांद्रा पश्चिम विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे।

अजित पवार ने कहा, ‘‘यह विभाजन का या राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों की पीड़ा का फायदा उठाने का समय नहीं है। फिलहाल, हमारा ध्यान न्याय सुनिश्चित करने पर होना चाहिए।’’

उपमुख्यमंत्री और राज्य का गृह विभाग संभाल रहे देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस को सिद्दीकी की हत्या के संबंध में कुछ सुराग मिले हैं और विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है।

एक अधिकारी ने बताया कि जब सिद्दीकी को गोली मारी गई तब एक पुलिस कांस्टेबल उनकी सुरक्षा में तैनात था। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिद्दीकी को सुरक्षा प्रदान की गई थी और उनकी सुरक्षा के लिए तीन पुलिस कांस्टेबल की सेवा दी गई थी।

उन्होंने बताया कि दो आरोपियों गुरमेल सिंह (23) और धर्मराज कश्यप के पास से दो पिस्तौल और 28 कारतूस बरामद किए गए।

सूत्रों ने बताया कि जांच में मदद के लिए दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की एक टीम मुंबई भेजी जाएगी।

वहीं, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में घटना में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शामिल होने का दावा किया गया है।

बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान समेत अन्य हस्तियों ने बाबा सिद्दीकी के बांद्रा स्थित आवास जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

सिद्दीकी अपनी शानदार इफ्तार पार्टियों के लिए भी जाने जाते थे, जिनमें बॉलीवुड के शीर्ष सितारे शामिल होते थे। उन्हें सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था।

देश में जब कोविड-19 का प्रकोप चरम पर था तो बाबा सिद्दीकी ने जरूरतमंद मरीजों के लिए उन दवाओं की व्यवस्था की थी, जिनकी बड़े पैमाने पर आवश्यकता थी।

भाषा आशीष नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)