महाराष्ट्र की जनता राजनीतिक परिवर्तन के लिए उत्सुक है : शरद पवार |

महाराष्ट्र की जनता राजनीतिक परिवर्तन के लिए उत्सुक है : शरद पवार

महाराष्ट्र की जनता राजनीतिक परिवर्तन के लिए उत्सुक है : शरद पवार

:   Modified Date:  October 13, 2024 / 07:36 PM IST, Published Date : October 13, 2024/7:36 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

मुंबई, 13 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के लोग राजनीतिक बदलाव के लिए उत्सुक हैं और उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजों में यह भावना प्रतिबिंबित होगी।

ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक दल संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का फॉर्मूला घोषित कर सकते हैं।

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने संवाददाता सम्मेलन में जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा पेश करना विपक्षी गठबंधन की तत्काल प्राथमिकता नहीं है।

पटोले का यह रुख शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की मांग से अलग है।

महा विकास आघाडी (एमवीए) के अन्य घटकों के नेताओं के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पवार ने दावा किया कि महायुति शासन के तहत राज्य प्रशासन का मनोबल गिर गया है जबकि महाराष्ट्र प्रशासन को देश में सर्वश्रेष्ठ माना जाता था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों को वर्तमान सरकार से मुक्ति दिलाना चाहते हैं और मुझे विश्वास है कि वे हमारा समर्थन करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में एमवीए लोकसभा चुनाव जैसा प्रदर्शन दोहराएगा।

विपक्षी दलों ने कहा कि राकांपा नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या राज्य के लिए चौंकाने वाली और शर्मनाक है तथा दावा किया कि मुंबई में अराजकता की स्थिति है।

महायुति में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और अजित पवार नीत राकांपा शामिल हैं।

आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के लिए एमवीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर एक सवाल के जवाब में ठाकरे ने कहा कि चुनाव में विपक्षी गठबंधन और सत्तारूढ़ महायुति के बीच मुकाबला होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘महायुति को अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने दें, एमवीए भी उसका अनुसरण करेगा।’’

पवार और पटोले ने कहा कि ठाकरे ने एमवीए की स्थिति स्पष्ट कर दी है।

पटोले ने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य सरकार को हराना है, न कि मुख्यमंत्री का चेहरा पेश करना।’’

एमवीए ने राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए ‘गद्दारांचा पंचनामा’ (गद्दारों का साक्ष्य रिकॉर्ड) नाम से दस्तावेज जारी किया। इसमें विपक्षी गठबंधन ने शिंदे सरकार पर महाराष्ट्र से ‘विश्वासघात’ करने और पड़ोसी गुजरात के हित में काम करने का आरोप लगाया है।

गठबंधन अकसर सत्तारूढ़ गठबंधन ‘महायुति’ पर गुजरात के पाले में जा रही बड़ी योजनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाता रहा है।

एमवीए नेताओं ने कहा कि ‘गद्दारांचा पंचनामा’ में राज्य सरकार के ‘‘विधायकों और पार्षदों की खरीद, सरकारी अधिकारियों के स्थानांतरण, सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए रेट कार्ड’’ के साथ-साथ धारावी पुनर्विकास परियोजना, (मुंबई) सड़क के डामरीकरण और निविदाओं में घोटालों की सूची हैं।

‘पंचनामा’ में आवश्यक वस्तुओं की कीमत में ऐतिहासिक मूल्य वृद्धि का भी उल्लेख है।

शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि हाल में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के वोट प्रतिशत में केवल 0.6 प्रतिशत का अंतर है, फिर भी भाजपा को अधिक सीट मिलीं।

उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम पर चर्चा क्यों नहीं की जाती? अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद, पार्टी (भाजपा) को वहां के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करनी चाहिए थी।’’

पवार ने महाराष्ट्र में हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उस टिप्पणी की आलोचना की, जिसमें मोदी ने कहा था कि कांग्रेस ने बंजारा समुदाय के लिए कुछ नहीं किया।

उन्होंने कहा, ‘‘वह (मोदी) भूल जाते हैं कि इस समुदाय से ताल्लुक रखने वाले वसंतराव नाइक सबसे लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे।’’

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि राज्य के लोग कभी भी किसी प्रधानमंत्री द्वारा आधिकारिक समारोहों में राजनीतिक भाषण देना स्वीकार नहीं करेंगे।

पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का प्रशासन देश में सबसे अच्छा था। उन्होंने दावा किया, ‘‘अब यह हतोत्साहित हो चुका है। हाल ही में जिस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं, वे आम आदमी का मजाक उड़ाने जैसा है।’’

पवार ने कहा, ‘‘हम लोगों को इस सरकार से मुक्ति दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि लोग हमारा समर्थन करेंगे।’’

ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के हर कदम को संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, जैसे कि राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में की गई दो गिरफ्तारियां और यहां तक ​​कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत होना।

ठाकरे ने दावा किया कि मुंबई में ‘‘दो पुलिस आयुक्त’’ हैं, लेकिन फिर भी शहर में अपराध की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।

पाटोले ने कहा कि यहां तक कि शिंदे सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगाने में भी भ्रष्टाचार किया जबकि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं जो सत्तारूढ़ गठबंधन का सबसे ‘गंभीर पाप’ है।

पटोले ने कहा, ‘‘भ्रष्टयुति ने महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात भेज दिया। हमें सत्तारूढ़ गठबंधन को युवाओं से नौकरियों को छीनने के लिए सबक सीखाना होगा। बार-बार भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने और संविदा कर्मियों की भर्ती से राज्य के युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो गई है।’’

भाषा

शफीक नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)