माहिम में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार की जरूरत नहीं क्योंकि यह हमारा निर्वाचन क्षेत्र है: उद्धव |

माहिम में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार की जरूरत नहीं क्योंकि यह हमारा निर्वाचन क्षेत्र है: उद्धव

माहिम में पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार की जरूरत नहीं क्योंकि यह हमारा निर्वाचन क्षेत्र है: उद्धव

:   Modified Date:  November 7, 2024 / 08:06 PM IST, Published Date : November 7, 2024/8:06 pm IST

(तस्वीरों के साथ जारी)

मुंबई, सात नवंबर (भाषा) शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि माहिम सीट पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह निर्वाचन क्षेत्र उनकी पार्टी का है।

इस सीट पर उद्धव के चचेरे भाई राज ठाकरे के बेटे अमित और सत्तारूढ़ शिवसेना के सदानंद सरवणकर मैदान में हैं।

उद्धव ने कहा कि समय के अभाव के कारण राज्य के प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में रैली करना संभव नहीं है।

बहरहाल, उन्होंने कहा कि पार्टी ने 17 नवंबर को दादर के शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति के लिए प्राधिकारियों से संपर्क किया है। शिवाजी पार्क माहिम विधानसभा क्षेत्र में आता है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अमित ठाकरे माहिम सीट से अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं जबकि शिवसेना (यूबीटी) के महेश सावंत और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता एवं मौजूदा विधायक सरवणकर भी मैदान में हैं।

ठाकरे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे माहिम में प्रचार करने की आवश्यकता नहीं है। यह मेरा निर्वाचन क्षेत्र है। यह शिवसेना का निर्वाचन क्षेत्र है।’’

माहिम में दादर जैसे इलाके आते हैं। यह शिवसेना, उसकी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) और मनसे के लिए विशेष अहमियत रखता है। अविभाजित शिवसेना और मनसे का गठन माहिम में ही हुआ था। वर्ष 2009 के चुनाव को छोड़कर पिछले चार दशक से इस सीट पर शिवसेना का ही कब्जा है। यह सीट 2009 में मनसे ने जीती थी।

ठाकरे ने कहा, ‘‘मुंबई में एक रैली (बीकेसी में महा विकास आघाडी की रैली छह नवंबर को ) तथा एक और रैली 17 नवंबर को होगी। मैं मुंबई के बाहर प्रचार कर रहा हूं क्योंकि मुझे मुंबई के लोगों पर भरोसा है (कि वे उनकी पार्टी का समर्थन करेंगे)।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने हर निर्वाचन क्षेत्र में रैलियां न कर पाने के लिए समय की कमी का हवाला दिया।

ठाकरे ने कहा, ‘‘अगर मैं किसी निर्वाचन क्षेत्र में नहीं जा रहा हूं तो इसका मतलब यह नहीं है कि मैं उसे नजरअंदाज कर रहा हूं। अगर मैं हर दिन चार-पांच रैलियों को भी संबोधित करता हूं तो भी मैं सभी निर्वाचन क्षेत्रों में नहीं जा सकता। यात्रा में लगने वाले समय और चिलचिलाती धूप जैसे कारकों को देखते हुए, मुझे नहीं लगता कि एक दिन में चार से अधिक रैलियां करना संभव है।’’

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने 17 नवंबर को दादर के शिवाजी पार्क में रैली की अनुमति मांगी है और इस दिन शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की पुण्यतिथि भी है।

उन्होंने कहा, ‘‘(इस दिन) लाखों शिवसैनिक वहां आते हैं और इस साल भी वे वहां आएंगे।’’

बाल ठाकरे का अंतिम संस्कार शिवाजी पार्क में किया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमने निर्वाचन आयोग और पुलिस से कहा है कि मामले को जटिल न बनाया जाए। शिवसैनिक वैसे भी वहां आएंगे और आप उन्हें रोक नहीं सकते। यहां कोई आदर्श आचार संहिता लागू नहीं है इसलिए किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए उन्हें हमें 17 नवंबर को रैली करने की अनुमति दे देनी चाहिए।’’

भाषा सिम्मी अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)