मुंबई, पांच जून (भाषा) वरिष्ठ नेता शरद पवार जमीनी स्तर पर मूल राकांपा कार्यकर्ताओं का समर्थन बरकरार रखने में सफल रहे हैं और उनके नेतृत्व वाली राकांपा (एसपी) ने महाराष्ट्र में जिन 10 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा, उनमें से आठ पर जीत हासिल की और पार्टी का स्ट्राइक रेट 80 प्रतिशत रहा।
इसके विपरीत, उनके भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने चार सीट पर चुनाव लड़ा और मात्र एक पर ही जीत हासिल की, तथा उसका स्ट्राइक रेट 25 प्रतिशत रहा।
दिलचस्प बात यह है कि 2019 के चुनाव में महाराष्ट्र में केवल एक लोकसभा सीट जीतने वाली कांग्रेस ने शानदार वापसी करते हुए 17 में से 13 सीट पर जीत हासिल की और पार्टी का स्ट्राइक रेट 75 प्रतिशत रहा।
उल्लेखनीय है कि राकांपा (एसपी) ने अधिकांश सीटें पश्चिमी महाराष्ट्र से जीतीं हैं, जो पवार का पारंपरिक गढ़ है।
अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा केवल रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में विजयी हुई, जहां पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुनील तटकरे ने शिवसेना (यूबीटी) के अपने प्रतिद्वंद्वी अनंत गीते को हराया।
राकांपा (एसपी) द्वारा जीती गई आठ सीटों में बारामती भी शामिल है, जहां शरद पवार की बेटी और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले और अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ।
भाजपा ने 28 सीट पर चुनाव लड़ते हुए केवल नौ पर जीत हासिल की और पार्टी का स्ट्राइक रेट 31 प्रतिशत रहा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा और सात सीट पर जीत हासिल की और उसका स्ट्राइक रेट 45 प्रतिशत रहा।
उल्लेखनीय है कि सांगली निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार विशाल पाटिल ने जीत हासिल की है, जो कांग्रेसी हैं।
महाराष्ट्र की कुल 48 लोकसभा सीट में से शिवसेना (यूबीटी), राकांपा (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस के गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) ने 30 सीटें जीतीं, जबकि भाजपा, शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा की महायुति 17 सीटों पर सिमट गई।
भाषा जोहेब दिलीप
दिलीप
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