एनसीपी (एसपी) उम्मीदवार ने परली सीट पर चुनाव धोखाधड़ी का आरोप लगाया |

एनसीपी (एसपी) उम्मीदवार ने परली सीट पर चुनाव धोखाधड़ी का आरोप लगाया

एनसीपी (एसपी) उम्मीदवार ने परली सीट पर चुनाव धोखाधड़ी का आरोप लगाया

:   Modified Date:  November 26, 2024 / 10:34 PM IST, Published Date : November 26, 2024/10:34 pm IST

मुंबई, 26 नवंबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) उम्मीदवार राजेश साहेब देशमुख ने मंगलवार को महाराष्ट्र के बीड जिले के परली विधानसभा क्षेत्र में मतदान में धोखाधड़ी का आरोप लगाया तथा दावा किया कि लगभग 150 मतदान केंद्रों पर मृत व्यक्तियों के नाम का उपयोग करके वोट डाले गए।

देशमुख हाल में संपन्न चुनाव में अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के धनंजय मुंडे से 1,40,224 मतों के बड़े अंतर से हार गए थे। उन्होंने मुंडे के समर्थकों पर चुनाव नतीजे बदलने के लिए धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया।

देशमुख ने एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘राकांपा उम्मीदवार धनंजय मुंडे ने स्पष्ट रूप से आतंक मचाया। उनके समर्थकों ने पात्र मतदाताओं को सक्रिय रूप से वोट डालने से रोका। मैंने चुनाव प्रक्रिया में धोखाधड़ी को उजागर करते हुए लगभग 10 अलग-अलग वीडियो सार्वजनिक रूप से साझा किए हैं। यह लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव कराने का तरीका नहीं है।’’

उन्होंने दावा किया कि निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 140 से 150 मतदान केंद्रों पर अनियमितताएं की गईं, जहां कथित तौर पर मृत व्यक्तियों के नाम पर वोट डाले गए।

देशमुख ने आरोप लगाया, ‘‘इन मृत व्यक्तियों के नाम बहुत पहले ही मतदाता सूची से हटा दिए जाने चाहिए थे। मुंडे के समर्थकों ने सुनिश्चित किया कि अन्य लोगों को मतदान करने की अनुमति न मिले। यहां तक ​​कि निर्वाचन आयोग के अधिकारी भी असहाय नजर आए।’’

उन्होंने कहा कि वह अपने दावों को साबित करने के लिए मतदाताओं की सूची उपलब्ध करा सकते हैं।

राकांपा (एसपी) के उम्मीदवार के मुताबिक, उन्होंने तुरंत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

उन्होंने दावा किया, ‘‘मैंने मतदान के दिन ही निर्वाचन आयोग को एक पत्र भेजा था। अगले दिन मैंने चार अतिरिक्त पत्र सौंपे, लेकिन आज तक मुझे उनसे कोई जवाब नहीं मिला है।’’

देशमुख ने कहा, ‘‘राज्य सरकार से लोगों की निराशा के कारण शरद पवार और हमारी पार्टी के लिए समर्थन की एक मजबूत लहर थी। तो सत्तारूढ़ पार्टी का उम्मीदवार कैसे जीत गया? जब हमने विरोध करने की कोशिश की, तो मेरे रिश्तेदारों और समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया।’’

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)