राकांपा के मंत्री ने हिंगोली को बताया ‘गरीब जिला’, अजित पवार और भाजपा ने जताई नाराजगी

राकांपा के मंत्री ने हिंगोली को बताया ‘गरीब जिला’, अजित पवार और भाजपा ने जताई नाराजगी

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  • Publish Date - January 26, 2025 / 09:52 PM IST,
    Updated On - January 26, 2025 / 09:52 PM IST

मुंबई, 26 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनके कैबिनेट सहयोगी एवं भाजपा नेता गिरीश महाजन ने हिंगोली को एक “गरीब” जिला बताने के लिए रविवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री नरहरि जिरवाल की आलोचना की।

नासिक जिले से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक एवं पार्टी प्रमुख अजित पवार के करीबी सहयोगी जिरवाल ने हिंगोली जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की, जिसके वह प्रभारी मंत्री हैं।

उन्होंने कहा, “मैं एक कैबिनेट मंत्री और प्रभारी मंत्री के रूप में पहली बार यहां (हिंगोली) आया हूं। मुझे एहसास हुआ कि यह एक सीमांत और गरीब जिला है। मुंबई लौटने के बाद मैं (वरिष्ठों से) पूछूंगा कि मेरे जैसे गरीब व्यक्ति को एक गरीब जिले की जिम्मेदारी क्यों दी गई है।”

इस हल्के-फुल्के अंदाज में की गई टिप्पणी को सुनकर श्रोताओं ने ठहाके लगा दिए। हालांकि, पवार और महाजन को यह टिप्पणी पसंद नहीं आई।

पवार ने कहा, ‘अगर उन्होंने ऐसी टिप्पणी की है, तो यह उचित नहीं होगा। हर मंगलवार को हमारी बैठक होती है। मैं उनसे इस बारे में पूछूंगा। अगर कोई गलतफहमी है, तो उसे दूर किया जाएगा।’

महाजन ने भी जिरवाल के बयान की आलोचना करते हुए कहा, ‘जिरवाल एक वरिष्ठ नेता हैं। किसी भी जिले को गरीब या अमीर के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए। ऐसी धारणा बनाना अनावश्यक है। वह बुद्धिमान हैं और वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं। उन्हें ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।’

आलोचनाओं का सामना करने के बाद जिरवाल ने मीडिया के समक्ष स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी विभिन्न विकास मानदंडों पर जिले की स्थिति के बारे में थी।

उन्होंने कहा, ‘जब आप औद्योगिक इकाइयों या सिंचाई या पेयजल के बुनियादी ढांचे के निर्माण की बात करते हैं तो हिंगोली की स्थिति से आप सब वाकिफ हैं। मेरी टिप्पणियों को निराशा की अभिव्यक्ति के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस जिले की जिम्मेदारी यहां कुछ अच्छा करने के लिए दी गई है।’’

भाषा जोहेब जोहेब रंजन

रंजन