मुंबई, तीन जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुरेश धस ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के बीड जिले में अधिकतर सरकारी पदों पर लंबे समय से केवल एक ही समुदाय के अधिकारी काबिज हैं, जिससे अन्य समुदायों को लगता है कि उनकी अनदेखी की जा रही है।
हालांकि, विधायक ने किसी समुदाय का नाम नहीं लिया।
विधायक सुरेश धस ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘बीड जिले में अधिकांश प्रमुख सरकारी पदों पर केवल एक ही समुदाय के अधिकारी काबिज हैं….सरकार को एक व्यवस्था का पालन करना होता है, लेकिन केवल एक समुदाय के अधिकारियों की अधिकता यह दर्शाती है कि यहां इस व्यवस्था का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा है।’
धस का यह बयान पिछले महीने मसाजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की पृष्ठभूमि में आया है। देशमुख मराठा थे जबकि मामले के आरोपी वंजारी समुदाय से हैं।
सरपंच देशमुख की हत्या से संबंधित जबरन वसूली के मामले में उनके सहयोगी वाल्मिक कराड की कथित संलिप्तता को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और राज्य मंत्री धनंजय मुंडे पर विपक्षी नेताओं द्वारा निशाना साधे जाने के बारे में पूछे जाने पर धस ने कहा, ‘मैंने कभी उनका नाम नहीं लिया या उनके इस्तीफे की मांग नहीं की।’
भाजपा विधायक ने यह भी कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को पत्र लिखकर बीड के सरकारी वकील को हटाने का अनुरोध किया है, जिन्होंने 31 दिसंबर को गिरफ्तारी के बाद कराड को अदालत में पेश किए जाने पर राज्य का प्रतिनिधित्व करने से कथित तौर पर इनकार कर दिया था।
धस ने कहा, ‘मैं मांग करता हूं कि गिरफ्तार आरोपियों (देशमुख हत्या और जबरन वसूली के मामलों में) को बीड जिले में न रखा जाए, क्योंकि वे जांच को प्रभावित कर सकते हैं। उन्हें छत्रपति संभाजीनगर जिले की हरसूल जेल या नासिक जेल में स्थानांतरित किया जाना चाहिए।’
भाषा
योगेश नरेश
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