पेपर लीक रोकने के लिए सख्त कानून बनायें, पटोले ने महाराष्ट्र सरकार से कहा |

पेपर लीक रोकने के लिए सख्त कानून बनायें, पटोले ने महाराष्ट्र सरकार से कहा

पेपर लीक रोकने के लिए सख्त कानून बनायें, पटोले ने महाराष्ट्र सरकार से कहा

:   Modified Date:  June 29, 2024 / 10:46 PM IST, Published Date : June 29, 2024/10:46 pm IST

मुंबई, 29 जून (भाषा) महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार को पेपर लीक को रोकने और दोषियों को दंडित करने के लिए एक सख्त कानून बनाना चाहिए।

पटोले ने यह भी दावा किया कि अन्य राज्यों के कुछ छात्र फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र के साथ नासिक में नीट परीक्षा में बैठे थे।

उन्होंने विधानसभा में कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) में अनियमितताओं की जांच के चलते महाराष्ट्र के लातूर में गिरफ्तारियां हुई हैं। उन्होंने कहा कि पेपर लीक और अन्य अनियमिततओं से हजारों छात्र प्रभावित होते हैं। पटोले ने सवाल किया कि क्या राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून बनाएगी।

उन्होंने कहा, ‘अन्य राज्यों से कुछ छात्र नासिक आए और फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद नीट की परीक्षा दी। एक तरफ पेपर लीक हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ ऐसे छात्र परीक्षा का फायदा उठा रहे हैं। यह छात्रों के भविष्य का मजाक है। हजारों लोगों ने इस तरह के लीक के खिलाफ नांदेड़ और राज्य के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया है।’

छह जून को मुंबई के पवई इलाके में जय भीम नगर स्थित एक भूखंड पर झुग्गियों को ध्वस्त करने पर उन्होंने कहा कि नगर निकाय और पुलिस की इस कार्रवाई के कारण 650 गरीब और पिछड़े परिवार बेघर हो गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘भले ही 2011 तक झुग्गियों के लिए संरक्षण है और अदालत के आदेश हैं कि बारिश के दौरान ऐसी कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए, फिर भी पुलिस बंदोबस्त का उपयोग करके इन झुग्गियों को क्यों तोड़ा गया । छोटे बच्चों और महिलाओं की पुलिस द्वारा पिटाई के लिए कौन जिम्मेदार है। क्या यह सरकार बिल्डर समर्थक है।’

पटोले ने कहा कि सरकार को उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन पहले उसे यह बताना चाहिए कि इन 650 परिवारों को घर वापस देने के लिए क्या किया जाएगा।

भाषा अमित रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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