महाराष्ट्र के मंत्री राणे ने बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की |

महाराष्ट्र के मंत्री राणे ने बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

महाराष्ट्र के मंत्री राणे ने बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

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Modified Date: January 29, 2025 / 09:40 PM IST
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Published Date: January 29, 2025 9:40 pm IST

मुंबई, 29 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नितेश राणे ने राज्य में अगले महीने होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने की बुधवार को मांग की और सुरक्षा तथा परीक्षा में गड़बड़ी होने के मुद्दे पर चिंता जाहिर की।

उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों में बुर्का पहनने पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की और कहा कि धार्मिक परिधान घरों तथा धार्मिक स्थानों तक ही सीमित होने चाहिए।

राणे ने इस संबंध में महाराष्ट्र के स्कूली शिक्षा मंत्री दादा भुसे को एक पत्र लिखा।

उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाली छात्राओं को बुर्का पहनने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। यदि आवश्यक हो तो जांच के लिए महिला पुलिस अधिकारी या महिला कर्मचारियों को नियुक्त किया जाना चाहिए। ये परीक्षाएं छात्रों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें पारदर्शी तरीके से आयोजित किया जाना चाहिए, जिसमें कोई गड़बड़ी न हो।’’

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यदि परीक्षार्थियों को बुर्का पहनने की अनुमति दी गई तो यह पता लगाना कठिन हो जाएगा कि नकल करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों या अन्य साधनों का प्रयोग किया जा रहा है या नहीं। किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में इससे सामाजिक और कानून-व्यवस्था संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे कई छात्रों पर इसका असर पड़ सकता है।’’

राणे ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों और परीक्षा केंद्रों में बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म को विशेष दर्जा नहीं मिलना चाहिए तथा धार्मिक परिधानों को घर और पूजा स्थलों तक ही सीमित रखा जाना चाहिए।

मंत्री ने कहा, ‘‘अगर दूसरे लोग अपने धार्मिक परिधान स्कूल या कॉलेज नहीं ला रहे हैं, तो मुसलमानों को ऐसा करने की अनुमति क्यों दी जानी चाहिए? अपने धर्म को अपने घर और अपने धार्मिक स्थलों पर ही रखें। यह हिंदुत्व की सरकार है और किसी को खुश करने की कोई जरुरत नहीं है।’’

उन्होंने सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई तथा कहा कि बुर्का पहनने से व्यक्ति की पहचान सत्यापित करना कठिन हो जाता है।

राणे ने कहा, ‘‘पिछले वर्ष एक सरकारी प्रस्ताव आया था (परीक्षा कक्ष में बुर्का पहनने की अनुमति), जिसके बारे में मुझे हाल ही में पता चला। मुसलमानों और दूसरे धर्मों के लोगों के लिए अलग-अलग नियम नहीं होने चाहिए। बुर्का भी सुरक्षा का मुद्दा है…।’’

मंत्री ने सरकारी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे शैक्षणिक संस्थानों में बुर्का पहनने की अनुमति देने वाली किसी भी पूर्व अधिसूचना या आदेश को वापस ले लें।

कंकावली से विधायक राणे के पास मत्स्य पालन और बंदरगाह विकास विभाग का प्रभार है।

अधिकारियों ने बताया कि स्कूल शिक्षा मंत्रालय ने अभी तक उनकी मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

दसवीं कक्षा के लिए बोर्ड परीक्षा 21 फरवरी से जबकि 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 11 फरवरी से प्रारंभ होंगी।

भाषा प्रीति अविनाश

अविनाश

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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