(मनीषा रेगे)
मुंबई, 13 सितंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के बाद सरकार बदल जाएगी और इसका असर केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन सरकार की स्थिरता पर भी पड़ेगा।
चव्हाण ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक विशेष साक्षात्कार में यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में महिलाएं सिर्फ ‘लाडकी बहिन’ योजना के कारण भाजपा को वोट नहीं दे देंगी।
मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर राज्य में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन में ‘तनाव’ पर उन्होंने कहा कि अब तक का फॉर्मूला यह रहा है कि सबसे अधिक सीट जीतने वाली पार्टी को पद मिलता है।
भाजपा शासित हरियाणा में अगले महीने चुनाव होने हैं, जबकि महाराष्ट्र में अभी चुनाव की घोषणा बाकी है, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का ‘महायुति’ गठबंधन सत्ता में है।
कांग्रेस नेता चव्हाण ने दावा किया, ‘‘इन दोनों राज्यों में सरकार बदलने से (नरेन्द्र) मोदी की गठबंधन सरकार की स्थिरता पर सीधा असर पड़ेगा, जो चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार के समर्थन पर टिकी है। दोनों राज्यों में बदलाव होगा….भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा।’’
महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति के बारे में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र ने कभी भी इस तरह की विखंडित राजनीति नहीं देखी है, जो अब व्याप्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनावों में, महा विकास आघाडी ने 48 सीट में से 65 प्रतिशत सीट जीतीं, जो 288 विधानसभा सीट में से 183 सीट के बराबर है। विधानसभा चुनाव में, हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे। सरकार ने लोगों से जुड़े किसी भी मुद्दे जैसे कि महंगाई, बेरोजगारी, किसान संकट, भ्रष्टाचार का समाधान नहीं किया है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) का एमवीए गठबंधन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करेगा।
चव्हाण ने कहा, ‘‘शिवाजी महाराज की प्रतिमा (जो सिंधुदुर्ग जिले में गिर गई) के लिए निविदा में भ्रष्टाचार के आरोप के लिए भाजपा को जवाबदेह ठहराया जाएगा।’’ उन्होंने दावा किया कि जिस मूर्ति को बनाने में तीन साल लगने चाहिए थे, उसे तीन महीने में पूरा करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि शिवसेना और राकांपा के विभाजन के बाद पाला बदलने वाले विधायकों को मतदाताओं को जवाब देना होगा।
प्रदेश कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के प्रमुख चव्हाण ने कहा कि पार्टी एक ‘गारंटी कार्ड’ लाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता महिलाओं का अधिकार है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसे मुफ्त उपहार नहीं माना जा सकता। यह महिलाओं द्वारा किए जाने वाले सभी अवैतनिक कार्यों के लिए है, जैसे परिवार की देखभाल करना और अगली पीढ़ी का पालन-पोषण करना।’’
चव्हाण ने कहा कि जीडीपी की गणना करते समय इस ‘अवैतनिक कार्य’ को भी शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी गणना की जानी चाहिए और यह परिवार की महिला सदस्यों का अधिकार है कि वह समाज को जो अवैतनिक सेवाएं दे रही हैं, उसके लिए उन्हें यह अधिकार मिले।’’
उन्होंने दावा किया कि ‘लाडकी बहिन योजना’ जैसी योजना कांग्रेस का विचार थी, जिसका वादा कर्नाटक और तेलंगाना में किया गया और उसे लागू किया गया।
चव्हाण ने कहा, ‘‘इसमें कोई सवाल ही नहीं है कि हमें इसे महाराष्ट्र में क्यों नहीं करना चाहिए।’’
सत्तारूढ़ महायुति दावा कर रही है कि उसकी ‘लाडकी बहिन योजना’ आगामी चुनाव में परिवर्तनकारी कदम साबित होगी, जिसके तहत महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दिए जाते हैं।
चव्हाण ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और इसलिए उसके पास इस योजना के अलावा देने के लिए कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार बदलापुर मामले (जहां दो बच्चियों का कथित तौर पर स्कूल में यौन उत्पीड़न किया गया था) या शिवाजी महाराज की प्रतिमा से जुड़ा भ्रष्टाचार, किसान आत्महत्या और बेरोजगार शिक्षित युवाओं की समस्याओं में जवाबदेही से बच नहीं सकती।
चव्हाण ने पूछा, ‘लोकसभा में हार के बाद आपको अचानक अपनी प्यारी बहनों की याद कैसे आ गई?’
कांग्रेस नेता ने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 2014 से पांच साल तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन तब ऐसी कोई योजना शुरू नहीं की गई थी, और अब भाजपा घबराई हुई है और सोच रही है कि 1,500 रुपये की सहायता के कारण महिलाएं उसे वोट देंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘वे सपनों की दुनिया में जी रहे हैं, क्योंकि ऐसा नहीं होगा। कांग्रेस झूठ नहीं बोल रही है। हमने कर्नाटक और तेलंगाना में महिलाओं की वित्तीय सहायता लागू की है। हमने लोकसभा घोषणापत्र में वादा किया था। हम महाराष्ट्र में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।’
चव्हाण ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर एमवीए में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, ‘जब से महाराष्ट्र गठबंधन के दौर में आया है, तब से एक फॉर्मूला चलन में है, जिसके तहत अधिक विधायकों वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद मिलता है। 2019 में भी, उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने क्योंकि उनकी पार्टी के पास कांग्रेस और राकांपा से अधिक सीट थीं। यह आलाकमान पर निर्भर करता है कि वह इस प्रथा को बदले या नहीं।’
उल्लेखनीय है कि उद्धव ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि एमवीए की ओर से मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा पहले ही कर दी जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश उत्सव में शामिल होने संबंधी विवाद के जवाब में भाजपा द्वारा तत्कालीन सीजेआई के मनमोहन सिंह की इफ्तार पार्टी में जाने का मुद्दा उठाने पर चव्हाण ने कहा कि यह ‘‘बेतुका तुलना’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग सामाजिक अवसरों पर मिलते हैं। हम सीजेआई का बहुत सम्मान करते हैं।’’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अमेरिका में उनकी टिप्पणियों को लेकर भाजपा द्वारा हमला किए जाने पर चव्हाण ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी गांधी से डरती है क्योंकि वह न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए भाजपा उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है।’’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा, ‘‘आज के दौर में, दिल्ली या डलास में, वह जो बोलते हैं, वह सभी को पता है। वह अपने विचारों को स्वतंत्र रूप से और स्पष्ट रूप से व्यक्त करते हैं ताकि भारतीय प्रवासी और दक्षिण एशिया में रुचि रखने वाले लोग विपक्ष का दृष्टिकोण जान सकें।’’
भाषा अमित अविनाश
अविनाश
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