महाराष्ट्र सरकार विशालगढ़ अतिक्रमण मुद्दे का समाधान करने के लिए कटिबद्ध : फडणवीस |

महाराष्ट्र सरकार विशालगढ़ अतिक्रमण मुद्दे का समाधान करने के लिए कटिबद्ध : फडणवीस

महाराष्ट्र सरकार विशालगढ़ अतिक्रमण मुद्दे का समाधान करने के लिए कटिबद्ध : फडणवीस

:   Modified Date:  July 16, 2024 / 08:13 PM IST, Published Date : July 16, 2024/8:13 pm IST

मुंबई, 16 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विशालगढ़ किले में अतिक्रमण के मुद्दे का कानूनी ढंग से समाधान करने की महायुति सरकार की प्रतिबद्धता पर मंगलवार को बल दिया। उनका यह आश्वासन इस ऐतिहासिक किले से अवैध ढांचों को हटाने के दौरान हाल में हुई हिंसा के बाद आया है।

गृह विभाग का कामकाज भी संभाल रहे फडणवीस ने महाराष्ट्र के सभी किलों से अतिक्रमण हटाने के सरकार के निश्चय पर जोर दिया है।

फडणवीस ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विशालगढ़ किले में अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण एक पुराना मुद्दा है जो पूर्व राज्यसभा सदस्य छत्रपति संभाजीराजे द्वारा अवैध संरचनाओं के विरुद्ध कार्रवाई किये जाने के आह्वान के साथ फिर सामने आया है।’’

पुलिस के अनुसार कोल्हापुर जिले के विशालगढ़ किले में रविवार को अतिक्रमण रोधी अभियान तब हिंसक हो गया जब भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। उसके बाद 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब मराठा राजवंश से संबद्ध पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति के नेतृत्व में पुणे से आए कुछ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा के कारण किले के नीचे ही रोक दिया गया।

मंगलवार को कोल्हापुर के सांसद छत्रपति साहू महाराज, विधानपरिषद सदस्य सतेज पाटिल (दोनों कांग्रेस नेता) समेत महा विकास आघाड़ी के नेताओं ने विशालगढ़ का दौरा किया।

छत्रपति साहू ने सरकार से वहां शांति सुनिश्चित करने की अपील की।

फडणवीस ने कहा, ‘‘राज्य सरकार विशालगढ़ में शांति स्थापित करना चाहती है। हम विशालगढ़ और महाराष्ट्र के हर किले से कानूनी दायरे में रहकर अतिक्रमण हटाना चाहते हैं।’’

उपमुख्यमंत्री ने अवैध निर्माणों से निपटने के साथ ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित रखने की जरूरत पर बल देते हुए विपक्षी नेताओं से विशालगढ़ मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने की अपील की।

सरकार विपक्ष के निशाने पर है जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन सरकार के शासन में महाराष्ट्र में ‘जंगलराज’ होने का दावा कर रहा है।

विशालगढ़ किले का मराठा इतिहास में गहरा महत्व है। छत्रपति शिवाजी महाराज 1660 में पन्हाला किले की घेराबंदी के बाद यहां पहुंचे थे। सन 1844 में, विशालगढ़ पर कोल्हापुर रियासत का शासन था, जब एक ब्राह्मण शासक के खिलाफ विद्रोह हुआ था। अंग्रेजों ने इस ब्राह्मण शासक को उस समय नियुक्त किया था, जब सिंहासन का स्वाभाविक उत्तराधिकारी नाबालिग था।

भाषा राजकुमार वैभव

वैभव

 

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