महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक से अलमाटी बांध से अधिक पानी छोड़ने का आग्रह किया |

महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक से अलमाटी बांध से अधिक पानी छोड़ने का आग्रह किया

महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक से अलमाटी बांध से अधिक पानी छोड़ने का आग्रह किया

:   Modified Date:  July 25, 2024 / 03:38 PM IST, Published Date : July 25, 2024/3:38 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

मुंबई, 25 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य के पश्चिमी क्षेत्र के कुछ इलाकों में भारी वर्षा के चलते सांगली और कोल्हापुर जिलों में बाढ़ का खतरा टालने के लिए राज्य सरकार ने कर्नाटक से अलमाटी बांध से अधिक पानी छोड़ने का आग्रह किया है।

आधिकारिक तौर पर लाल बहादुर शास्त्री बांध के नाम से जाने जाने वाला अलमाटी बांध उत्तर कर्नाटक में कृष्णा नदी पर एक जलविद्युत परियोजना है। पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक से अलमाटी बांध से पानी छोड़ने की मात्रा को मौजूदा 2.5 लाख क्यूसेक से बढ़ाकर तीन लाख क्यूसेक करने को कहा है।’’

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सतारा जिले में कोयना बांध का जल भंडारण बहुत कम समय में 600 करोड़ क्यूबिक फुट (टीएमसी) बढ़ गया है और यह पहले ही 75 प्रतिशत भर चुका है। पवार ने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि हमें कोयना बांध से पानी छोड़ना होगा, जिससे कृष्णा नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा।’’

कोयना बांध कोयना नदी पर बना है और इसकी भंडारण क्षमता 105 टीएमसी है। कोयना नदी कृष्णा नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है, जो दक्षिण की ओर बहती है और सांगली शहर और कोल्हापुर जिले को पार करते हुए कर्नाटक में प्रवेश करती है।

सतारा में पश्चिमी घाट के सबसे ऊंचे इलाकों में से एक महाबलेश्वर में पिछले कुछ दिनों से बहुत भारी बारिश हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में इस क्षेत्र में 400 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यदि अलमाटी बांध से पानी छोड़ने की मात्रा को नहीं बढ़ाया गया तो सांगली और कोल्हापुर जिले के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ जाएगी। पवार ने कहा कि जल संसाधन विभाग को कोल्हापुर में वार्ना बांध से लगभग 11 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने की भी आवश्यकता है।

भाषा यासिर आशीष

आशीष

 

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