महाराष्ट्र चुनाव :सौ साल से अधिक उम्र के कई मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया |

महाराष्ट्र चुनाव :सौ साल से अधिक उम्र के कई मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया

महाराष्ट्र चुनाव :सौ साल से अधिक उम्र के कई मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया

:   Modified Date:  November 20, 2024 / 07:31 PM IST, Published Date : November 20, 2024/7:31 pm IST

(तस्वीर के साथ)

मुंबई, 20 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मुंबई में 113 वर्षीय एक महिला और 103 वर्षीय एक स्वतंत्रता सेनानी ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर महानगर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शायी।

इसी तरह मध्य महाराष्ट्र के लातूर शहर में बुधवार को 101 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने अपना वोट डाला और यह साबित कर दिया कि लोकतांत्रिक कर्तव्य को पूरा करने में उम्र कोई बाधा नहीं है।

नर्मदाबाई मदनलाल तोशनीवाल (101) ने शहर के सोलापुर गली स्थित वेंकटेश प्राथमिक विद्यालय में में बनाए गए मतदान केंद्र संख्या 334 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यहां वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ मतदान करने पहुंची थीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक मत का महत्व है।

तोशनीवाल को उनके पोते महेश ऑटोरिक्शा में मतदान केंद्र तक लेकर आए थे।

मुंबई में विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद 80 वर्ष से अधिक उम्र के कई मतदाता अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करने मतदान केंद्रों पर पहुंचे।

नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि नेपियन सी रोड निवासी 113 वर्षीय कंचनबेन नंदकिशोर बादशाह अपने रिश्तेदारों की मदद से अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मालाबार हिल स्थित मतदान केंद्र पहुंचीं।

अधिकारी ने बताया कि 103 वर्षीय जीजी पारिख व्हीलचेयर पर सुबह ग्रांट रोड स्थित गिर्टन हाई स्कूल स्थित मतदान केंद्र पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

उनके पड़ोसी और घरेलू सहायक ने बताया कि 103 वर्षीय पारिख 1951-52 में भारत के पहले आम चुनावों से ही मतदान करते आ रहे हैं।

मुंबई में सुबह से ही विभिन्न मतदान केंद्रों पर कई बुजुर्ग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

वर्ली कोलीवाड़ा निवासी 81 वर्षीय हरेश्वर बार्केले ने बताया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार ने वरिष्ठ नागरिकों को मतदान केंद्रों तक पहुंचने में मदद करने के लिए गोल्फ कार्ट और टैक्सी की व्यवस्था की थी।

बार्कले ने कहा, ‘‘मतदान केंद्र पर हमें प्राथमिकता दी गई और हमें कतार में इंतजार नहीं करना पड़ा।’’

कालाचौकी के 83 वर्षीय रामचंद्र शिर्के ने कहा कि उन्हें सुबह-सुबह वोट डालने में कोई परेशानी नहीं हुई।

भाषा

शुभम धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)