महाराष्ट्र: लोकसभा अध्यक्ष की बेटी के बारे में अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने के मामले में आठ लोग तलब |

महाराष्ट्र: लोकसभा अध्यक्ष की बेटी के बारे में अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने के मामले में आठ लोग तलब

महाराष्ट्र: लोकसभा अध्यक्ष की बेटी के बारे में अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने के मामले में आठ लोग तलब

:   Modified Date:  July 26, 2024 / 06:28 PM IST, Published Date : July 26, 2024/6:28 pm IST

मुंबई, 26 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र पुलिस की साइबर शाखा ने भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (आईआरपीएस) अधिकारी एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला के बारे में अपमानजनक सामग्री सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए ‘एक्स’ के एक उपयोगकर्ता और सात अन्य को तलब किया है।

महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने ‘एक्स’ पर ‘ध्रुव राठी (पैरोडी)’ नामक एक अकाउंट के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस अकाउंट पर एक पोस्ट में दावा किया गया था कि उन्होंने (अंजलि बिरला) अपने पिता के प्रभाव के कारण संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण की और अपने पहले ही प्रयास में आईएएस अधिकारी बन गई।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘पैरोडी’ अकाउंट का यूट्यूबर ध्रुव राठी से कोई संबंध नहीं है।

इस निराधार पोस्ट को सात अन्य लोगों द्वारा ‘रीट्वीट’ या साझा किया गया, जिसके बाद अंजलि बिरला के एक रिश्तेदार ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मानहानि, जानबूझकर अपमान करने, शांति भंग करने और शरारत के लिए महाराष्ट्र साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने उस सोशल मीडिया उपयोगकर्ता का पता लगा लिया है जिसने पैरोडी अकाउंट पर मूल ट्वीट पोस्ट किया था। उन्होंने बताया कि इसे रीट्वीट करने वालों का भी पता लगा लिया गया है और इन सभी आठ लोगों को उनके बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है।

उन्होंने बताया कि ‘पैरोडी’ अकाउंट का संचालन करने वाले ‘एक्स’ उपयोगकर्ता ने बाद में बिना शर्त माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि जांच कानूनी प्रावधानों के अनुसार की जाएगी।

सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के लिए ‘पैरोडी अकाउंट’ कोई नया शब्द नहीं है। दरअसल, ये ऐसे अकाउंट होते हैं जो दिखने में बिल्कुल असली अकाउंट की तरह ही दिखते हैं।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को ‘एक्स कॉर्प’ और ‘गूगल इंक’ को अंजलि बिरला के खिलाफ आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट हटाने का निर्देश दिया था।

अंजलि के वकील ने बताया था कि वह यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में शामिल हुई थीं और उनका चयन 2019 की समेकित आरक्षित सूची में हुआ था। वह आईआरपीएस अधिकारी के रूप में भारतीय रेलवे में शामिल हुईं।

वकील ने कहा था कि उनकी मुवक्किल 2021 में एक अधिकारी बनी, लेकिन अब नीट और यूपीएससी परीक्षा विवाद के कारण अचानक ये चीजें फिर से सामने आ गई हैं।

भाषा

देवेंद्र प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)