मुंबईः Holiday on 22nd january राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर पूरे देश में आधे दिन की छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है, तो वहीं कई राज्यों में पूरे दिन की छुट्टी कर दी गई है। लेकिन दूसरी ओर अब 22 जनवरी की छुट्टी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इतना ही नहीं कुछ छात्रों ने इसे धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन बताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। मामले में आज सुनवाई होगी।
Holiday on 22nd january मिली जानकारी के अनुसार लॉ स्टूडेंट शिवांगी अग्रवाल, सत्यजीत सिद्धार्थ साल्वे, वेदांत गौरव अग्रवाल और खुशी संदीप बंगिया ने 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर छुट्टी दिए जाने को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि किसी धार्मिक कार्यक्रम को मनाने के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित करना संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन है।
कानून के छात्रों ने तर्क दिया कि कोई सरकार किसी भी धर्म के साथ जुड़ नहीं सकती है या उसे बढ़ावा नहीं दे सकती। याचिका में कहा गया है, ’एक हिंदू मंदिर के अभिषेक में जश्न मनाने और खुले तौर पर भाग लेने और इस तरह एक विशेष धर्म से जुड़ने का सरकार का काम धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों पर सीधा हमला है।’
याचिका में आगे कहा गया कि सार्वजनिक छुट्टियों की घोषणा के संबंध में कोई भी नीति सत्ता में राजनीतिक दल की इच्छा पर आधारित नहीं हो सकती है। छुट्टी की घोषणा शायद किसी देशभक्त की व्यक्तिगत या ऐतिहासिक शख्सियत की याद में की जा सकती है, लेकिन समाज के एक विशेष वर्ग या धार्मिक समुदाय को खुश करने के लिए नहीं की जा सकती।’’
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