मुंबई, 28 मई (भाषा) न्यायमूर्ति रमेश डी. धानुका ने रविवार को बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
वह 30 मई तक ही इस पद पर काबिज रहेंगे। मुख्य न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल चार दिन का ही है। मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवानिवृत्त होने की आयु 62 वर्ष है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस ने यहां राजभवन में आयोजित एक शपथ ग्रहण समारोह में न्यायमूर्ति धानुका को पद की शपथ दिलाई।
राजभवन की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, समारोह की शुरुआत और समापन पुलिस बैंड द्वारा बजाए गए राष्ट्रगान के साथ हुआ।
राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, मुंबई के संरक्षक मंत्री दीपक केसरकर, न्यायमूर्ति धानुका के परिवार के सदस्य, बंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) के. के. तातेड, महाधिवक्ता बीरेंद्र सराफ, पुलिस विभाग के महानिदेशक रजनीश सेठ और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी इस समारोह में शामिल हुए।
उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम के अनुसार, न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय में प्रोन्नत करने के बाद से बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद काफी समय से खाली था, इसलिए उस पद पर नियुक्ति की जरूरत थी।
उसने बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नति के लिए न्यायमूर्ति धानुका के नाम की सिफारिश की थी।
न्यायमूर्ति रमेश धानुका का जन्म 31 मई 1961 को हुआ था। धानुका ने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई में की। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से वाणिज्य एवं कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की।
वह 23 जनवरी 2012 को बंबई उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश बने।
भाषा निहारिका सिम्मी
सिम्मी
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