लोकतंत्र में शासक असहमति को बर्दाश्त करता है: गडकरी |

लोकतंत्र में शासक असहमति को बर्दाश्त करता है: गडकरी

लोकतंत्र में शासक असहमति को बर्दाश्त करता है: गडकरी

:   Modified Date:  September 21, 2024 / 01:25 AM IST, Published Date : September 21, 2024/1:25 am IST

पुणे, 20 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि लोकतंत्र की सबसे बड़ी परीक्षा यह है कि शासक अपने खिलाफ व्यक्त की गई सबसे मजबूत राय को भी बर्दाश्त करता है और इसपर आत्मचिंतन करता है।

केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने यहां एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा कि लेखकों और बुद्धिजीवियों को निडर होकर अपनी बात रखनी चाहिए।

गडकरी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र की सबसे बड़ी परीक्षा यह है कि राजा अपने खिलाफ व्यक्त की गई सबसे मजबूत राय को भी बर्दाश्त करता है और उस पर आत्मचिंतन करता है।’’

भाषा रंजन नोमान

नोमान

 

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