नागपुर, 14 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि एक बार एक नेता ने प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने पर उन्हें समर्थन देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए प्रस्ताव को ठुकरा दिया था कि उनकी ऐसी कोई लालसा नहीं है।
यहां एक पत्रकारिता पुरस्कार समारोह में गडकरी ने कहा, ‘‘मुझे एक घटना याद है- मैं किसी का नाम नहीं लूंगा…उस व्यक्ति ने कहा था कि अगर आप प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, तो हम आपका समर्थन करेंगे।’’ हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह वाकया कब का है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘लेकिन, मैंने पूछा कि आपको मेरा समर्थन क्यों करना चाहिए और मुझे आपका समर्थन क्यों लेना चाहिए? प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है। मैं अपने मान्यता और अपने संगठन के प्रति वफादार हूं और मैं किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करूंगा क्योंकि मेरा दृढ़ निश्चिय मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।’’
अपने भाषण में, गडकरी ने पत्रकारिता और राजनीति दोनों में नैतिकता के महत्व को जोर दिया।
गडकरी ने समारोह में चार वरिष्ठ पत्रकारों को पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए 2023-24 के अनिलकुमार पुरस्कार से सम्मानित किया।
ये पत्रकार हैं विवेक देशपांडे (पूर्व में इंडियन एक्सप्रेस में), रामू भागवत ( टाइम्स ऑफ इंडिया से सेवानिवृत्त), श्रीमंत माने (संपादक, लोकमत विदर्भ) और राम भाकरे (लोकसत्ता)।
भाषा खारी प्रशांत
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