मुंबईः Maharastra Politics लोकसभा चुनाव के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट की बैठक में उनकी पार्टी के 5 विधायक नहीं पहुंचे। इसे लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में अटकलें तेज हो गई हैं। इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि अजित पवार गुट के 10 से 15 विधायक शरद पवार के संपर्क में हैं। अगले कुछ महीनों में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में दल बदल का सिलसिला शुरू होने की आशंका जताई जा रही है।
Maharastra Politics दरअसल, लोकसभा चुनाव के बाद अजित पवार ने ट्राइडेंट होटल में अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई थी। जो विधायक नहीं आये हैं, उनमें नरहरि जिरवाल, सुनील टिंगरे, राजेंद्र शिंगणे, अन्ना बनसोडे और धर्मराव बाबा अत्राम शामिल है। इस बैठक में शामिल नहीं होने पर विधायकों ने कई कारणों का जिक्र किया है। कईयों ने बीमार होने की जानकारी दी है तो कई लोगों ने निजी कारणों का हवाला दिया है।
अटकलें है कि अजित पवार गुट के विधायक शरद पवार गुट के संपर्क में हैं। हालांकि, अजित पवार की पार्टी ने साफ किया है कि ऐसा कुछ भी नहीं है और उनकी पार्टी एकजुट है। वहीं, जब इसको लेकर शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल से सवाल किया गया तो उन्होंने सस्पेंस को बढ़ाने वाला बयान दिया। जयंत पाटिल ने कहा कि उनका फोन बहुत बिजी है। उन्होंने दावा किया, “अजित पवार गुट के कई विधायकों के फ़ोन आ रहे हैं। किसे लेना है नहीं लेना है, ये रणनीति आधार पर तय होगा।”
महाराष्ट्र में भी एनडीए का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है। प्रदेश में महायुति को कुल 17 सीटों पर ही कामयाबी मिल सकी। बीजेपी को 9 सीटों पर जीत मिली। वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना को 7 और अजित पवार गुट को महज एक सीट पर जीत मिली।