उद्घाटन के चंद महीने बाद ही अटल सेतु समुद्री पुल पर दरारें दिखने लगी हैं: पटोले |

उद्घाटन के चंद महीने बाद ही अटल सेतु समुद्री पुल पर दरारें दिखने लगी हैं: पटोले

उद्घाटन के चंद महीने बाद ही अटल सेतु समुद्री पुल पर दरारें दिखने लगी हैं: पटोले

:   Modified Date:  June 21, 2024 / 09:54 PM IST, Published Date : June 21, 2024/9:54 pm IST

मुंबई, 21 जून (भाषा) कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाले अटल सेतु समुद्री पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि उद्घाटन के कुछ महीनों के अंदर ही इसमें दरारें आ गईं, जिससे लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है।

पटोले ने दिन में पुल का निरीक्षण किया और दावा किया कि पुल के निर्माण की गुणवत्ता खराब है और सड़क का एक हिस्सा एक फुट तक धंस गया है।

हालांकि, सत्तारूढ़ भाजपा और इस परियोजना के लिए नोडल एजेंसी मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने कहा कि दरारें पुल पर नहीं, बल्कि नवी मुंबई में उल्वे से आने वाले मार्ग पर हैं।

‘अटल सेतु’ को मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाले इस सेतु का उद्घाटन इस साल जनवरी में हुआ था। 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बना यह छह लेन का पुल 21.8 किलोमीटर लंबा है और इसमें 16.5 किलोमीटर लंबा समुद्री-लिंक भी है।

पटोले ने पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार की सभी सीमाएं पार कर दी हैं और लोगों की जान जोखिम में डाल दी है।

उन्होंने कहा, ‘उद्घाटन के तीन महीने के अंदर ही अटल सेतु पुल के एक हिस्से में दरारें आ गईं और नवी मुंबई के पास सड़क का आधा किलोमीटर लंबा हिस्सा एक फुट तक धंस गया। राज्य ने एमटीएचएल के लिए 18,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।”

कांग्रेस नेता के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने कहा कि जो दरारें दिख रही हैं, वे अटल सेतु पर नहीं बल्कि पुल तक जाने वाली सड़क पर हैं।

भाजपा ने कहा कि तत्काल मरम्मत कार्य शुरू किया जा चुका है और अटल सेतु की छवि खराब करने की कोशिशें बंद होनी चाहिए।

एमएमआरडीए ने एक बयान जारी कर कहा, “एमटीएचएल पुल पर दरारों के बारे में अफवाहें फैल रही हैं। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि ये दरारें पुल पर नहीं हैं, बल्कि एमटीएचएल को उल्वे से मुंबई की ओर जोड़ने वाली सड़क पर हैं।”

भाषा जोहेब रंजन

रंजन

 

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