मुंबई: Chhagan Bhujbal on Cabinet: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने किसी सहयोगी की कीमत पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नहीं बनना चाहते। वरिष्ठ नेता ने विदेश यात्रा से लौटने के बाद नासिक में पत्रकारों से कहा, “मैं मंत्री पद नहीं चाहता, अगर इसके लिए किसी और को मंत्रिमंडल से हटाना पड़े।”
Chhagan Bhujbal on Cabinet: कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार और राकांपा-शरदचंद्र पवार के जितेंद्र आव्हाड ने दावा किया था कि भुजबल को धनंजय मुंडे को हटाकर देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल किया जाएगा। मुंडे अपने सहयोगी वाल्मीक कराड की मसाजोग सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से संबंधित जबरन वसूली के मामले में कथित संलिप्तता को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं।
भुजबल ने अपनी विदेश यात्रा के बारे में कहा, “मैंने जानबूझकर कुछ समय के लिए राजनीति से एक विराम लिया है।” उन्होंने कहा, “मैं 1967 से राजनीति में सक्रिय हूं, लेकिन कभी-कभी राजनीतिक दिमाग को आराम की जरूरत होती है।” राकांपा नेता पिछली महायुति सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री थे लेकिन नवंबर में विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें हटा दिया गया था।
यह विभाग फिलहाल मुंडे के पास है। भुजबल ने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने उन्हें मंत्री पद देने का वादा नहीं किया था। उन्होंने कहा, “फडणवीस ने केवल इतना कहा था कि चलो सात से आठ दिन प्रतीक्षा करें और इस पर चर्चा करते हैं।” राकांपा नेता ने कहा, “वडेट्टीवार या जितेंद्र आव्हाड ने जो कहा है, उसके बारे में मैं क्या कह सकता हूं? मैं किसी और की कीमत पर पद नहीं चाहता।”
छगन भुजबल ने स्पष्ट किया है कि वे किसी और को मंत्रिमंडल से हटाकर मंत्री पद नहीं लेना चाहते। उन्होंने कहा कि यह निर्णय मुख्यमंत्री फडणवीस के साथ चर्चा के बाद ही होगा।
धनंजय मुंडे पर एक जबरन वसूली मामले में कथित संलिप्तता को लेकर आरोप हैं, जिसके कारण उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
भुजबल ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर विदेश यात्रा करके राजनीति से कुछ समय के लिए विराम लिया है, क्योंकि 1967 से सक्रिय राजनीति में रहने के बाद दिमाग को आराम की जरूरत होती है।
भुजबल का कहना है कि वे किसी और की कीमत पर मंत्री पद नहीं चाहते और उनके लिए यह पद प्राथमिकता नहीं है।
छगन भुजबल ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री फडणवीस ने ऐसा कोई वादा नहीं किया है, बल्कि केवल इस पर चर्चा करने के लिए 7-8 दिन इंतजार करने की बात कही थी।
पायलट आत्महत्या मामला: अदालत ने आरोपी को जमानत दी
14 hours ago