एमबीए-सीईटी प्रवेश प्रक्रिया में ‘धोखाधड़ी’ मामला : बीटेक के दो छात्रों सहित चार गिरफ्तार |

एमबीए-सीईटी प्रवेश प्रक्रिया में ‘धोखाधड़ी’ मामला : बीटेक के दो छात्रों सहित चार गिरफ्तार

एमबीए-सीईटी प्रवेश प्रक्रिया में ‘धोखाधड़ी’ मामला : बीटेक के दो छात्रों सहित चार गिरफ्तार

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Modified Date: March 22, 2025 / 08:18 PM IST
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Published Date: March 22, 2025 8:18 pm IST

मुंबई, 22 मार्च (भाषा) शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए जारी एमबीए-सीईटी प्रवेश प्रक्रिया में हुई ‘धोखाधड़ी’में कथित तौर पर संलिप्तत बीटेक पाठ्यक्रम के दो छात्रों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई अपराध शाखा के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि ऑनलाइन मार्केटिंग फर्म के मालिक अंबरीश कुमार सिंह, बीटेक तृतीय वर्ष के छात्र आदित्य राज और केतन यादव तथा अभिषेक श्रीवास्तव को शुक्रवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।

अधिकारी ने बताया कि ‘एडुस्पार्क इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड’ के परियोजना समन्वयक अभिषेक जोशी की शिकायत पर मंगलवार को आजाद मैदान पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी और इसके आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया। ‘एडुस्पार्क इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड’ महाराष्ट्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (एमएचटी-सीईटी) प्रकोष्ठ के लिए लगभग 18-19 प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘आवेदन पत्र दाखिल करते समय समस्याओं का सामना करने वाले अभ्यर्थियों के पास प्रश्नों और दिशा-निर्देशों के लिए एक हेल्पडेस्क है। आरोपी ‘कॉलेजइनसाइडडॉटओआरजी’ नामक एक वेबसाइट चलाता था जो छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करती थी। आरोपी राजबीर नामक व्यक्ति के संपर्क में आया जिसने उन्हें ऐसी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों की एक सूची दी।’’

अधिकारी ने बताया, ‘‘राजबीर ने आरोपी से कहा कि वह छात्रों को भंडारा, गोंदिया, यवतमाल और जालना जैसे विशिष्ट परीक्षा केंद्र चुनने के लिए राजी करे, ताकि वह अल्ट्राव्यूअर सॉफ्टवेयर का उपयोग करके उन कंप्यूटरों तक दूर से बैठक कर पहुंच प्राप्त कर सके, जहां से उम्मीदवार परीक्षा दे रहे थे। उसने दावा किया कि वह अंकों में हेरफेर कर सकता है और आरोपी को पहुंच प्रदान कर सकता है।’’

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने दावा किया है कि वे तमिलनाडु के एक प्रसिद्ध प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया में इस धोखाधड़ी को अंजाम देने में कामयाब रहे।

अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपी, छात्रों से 15-20 लाख रुपये की मांग करते थे। आगे की जांच जारी है तथा और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।’’

भाषा

शुभम धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)