पुणेः Changes can be Corona Vaccine अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि वायरस के नए स्वरूपों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए कोविड-19 रोधी टीकों में ‘‘बदलाव’’ किया जा सकता है। गुलेरिया की यह टिप्पणी कोविड-19 के नये स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर चिंताओं के मद्देनजर आयी है।
Read more : जल्द निपटा लें बैंकिंग से जुड़े जरूरी काम, अगले सप्ताह 6 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें पूरी सूची
Changes can be Corona Vaccine डॉ. गुलेरिया ने रविवार को यहां कहा, ‘‘हालांकि, यह कोविड-19 का एक नया स्वरूप है, लेकिन उम्मीद की किरण यह है कि यह एक हल्की बीमारी लगती है और जहां तक टीके का सवाल है तो हमारे पास सुरक्षा होनी चाहिए । मुझे लगता है कि यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि टीके में बदलाव किये जा सकते हैं।’’
Read more : दरवाजे पर खड़ी थी बारात, उधर लाखों रुपए के गहने लेकर फरार हुई युवती, फिर साली बनी घरवाली
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास दूसरी पीढ़ी के टीके होंगे। यह एक ऐसी चीज है जिसे हमें ध्यान में रखने की जरूरत है। मौजूदा टीके प्रभावी हैं, लेकिन नए स्वरूप के साथ, उनकी प्रतिरक्षा में कमी आएगी, हालांकि टीकों में बदलाव किया जा सकता है।’’ वे एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया द्वारा यहां महाराष्ट्र में आयोजित डॉ. वी. एस. प्रयाग मेमोरियल ओरेशन 2021 में बोल रहे थे।
Read more : ‘आलकमान से मुलाकात का समय मिले तो आगे बात होगी’, मंत्रिमंडल फेरबदल की संभावना पर बोले CM भूपेश बघेल
डॉ. गुलेरिया ने कहा, हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा उपलब्ध कराए गए निगरानी आंकड़ों के आधार पर एक नया टीका (सामान्य बीमारियों के लिए) बनाया जाता है, इसलिए इसे करना आसान होता है। कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का सबसे पहले पता 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में चला था, भारत में इसके पहले दो मामले कर्नाटक में 2 दिसंबर को सामने आये थे। भारत में रविवार तक ओमीक्रोन के 153 मामले सामने आ चुके थे।
मुंबई में कबाड़ के गोदाम में आग लगी
5 hours agoप्रख्यात फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल का निधन
6 hours agoखबर श्याम बेनेगल निधन
6 hours ago