मुंबई, आठ जुलाई (भाषा) मुंबई के निचले इलाकों में उच्च क्षमता वाले पंप लगे होने के बावजूद सोमवार को भारी बारिश से हुए जलभराव के कारण मध्य रेलवे की सेवाएं बाधित हुईं जिससे हजारों यात्रियों को असुविधा हुई और लोकल ट्रेन घंटों रुकी रहीं।
मुंबई आने वाली कई ट्रेन भी जलभराव की वजह से फंसी रहीं।
जलभराव की पहली घटना मुंबई के भांडुप और नाहुर स्टेशन के बीच देखी गई। इसके बाद सायन-कुर्ला, चूनाभट्टी, दादर और अन्य स्थानों पर भी जलभराव की स्थिति देखी गई।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव कल शाम से मुंबई में ही थे। उन्होंने मध्य रेलवे (सीआर) और पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) की मानसून तैयारियों की समीक्षा की थी और अधिकारियों को ट्रेन के सुचारू संचालन और आपात स्थिति के दौरान यात्रियों की सहायता सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भांडुप और नाहुर के बीच जलभराव के कारण सुबह 5:15 बजे से मेन लाइन पर लोकल सेवाएं स्थगित कर दी गईं। भांडुप और नाहुर स्टेशनों के बीच करीब 1.5 किलोमीटर लंबी रेल पटरी पर जलस्तर छह इंच को पार कर गया।
उन्होंने बताया कि सायन और कुर्ला स्टेशन के बीच पटरियों के जलमग्न हो जाने के बाद सुबह करीब 8:30 बजे सीएसएमटी और ठाणे के बीच मुख्य लाइन पर फास्ट ट्रेन रोक दी गईं। इसके बाद चूनाभट्टी में पटरियों पर पानी का स्तर नौ इंच तक बढ़ जाने के बाद सुबह करीब 9.30 बजे वडाला और मानखुर्द स्टेशन के बीच हार्बर लाइन पर सेवाएं रोक दी गईं।
अधिकारी ने बताया कि पनवेल-मानखुर्द और सीएसएमटी-वडाला सेक्शन के बीच हार्बर लाइन पर विशेष सेवाएं संचालित की गईं।
मुख्य लाइन की ‘फास्ट कॉरिडोर’ सेवाएं सुबह करीब 10:30 बजे बहाल होने के करीब दो घंटे बाद पटरियों से पानी कम होने के बाद हार्बर लाइन की सेवाएं दोपहर करीब 1:15 बजे पुन: शुरू की गईं।
मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि कोल्हापुर-सीएसएमटी महालक्ष्मी एक्सप्रेस समेत लंबी दूरी की 18 ट्रेन पटरियों पर जलभराव के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसी रहीं और अपने निर्धारित समय से देरी से चलीं।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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