मुंबई, दो नवंबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के महाराष्ट्र प्रमुख जयंत पाटिल ने दावा किया कि भाजपा ने अजित पवार को ब्लैकमेल करने के लिए 10 साल तक कथित सिंचाई घोटाले का इस्तेमाल किया।
पाटिल के इस दावे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख अजित पवार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया।
पाटिल ने शनिवार को एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में यह दावा किया।
पिछले साल अविभाजित राकांपा से अलग होकर भाजपा नीत महायुति गठबंधन में शामिल होने वाले पवार ने पाटिल के आरोपों को खारिज किया।
बारामती में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा, ‘‘अगर मुझे ब्लैकमेल किया गया होता तो क्या मैं भाजपा में शामिल होने के लिए 10 साल तक इंतजार करता?’’
पवार बारामती से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने कहा कि पाटिल को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।
फडणवीस ने कहा, ‘‘उनके चेहरे को देखिए। वह हमेशा मुस्कुराते रहते हैं। वह जो कहते हैं उसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।’’
अजित पवार ने मंगलवार को दावा किया था कि उनके करीबी सहयोगी और राज्य के पूर्व गृह मंत्री व राकांपा नेता आर.आर. पाटिल ने उनकी पीठ में छुरा घोंपा जिन्होंने उनके खिलाफ खुली जांच का आदेश दिया।
पवार के यह आरोप लगाने के बाद कथित सिंचाई घोटाला दोबारा चर्चा में आया है।
उन्होंने दावा किया कि आर.आर. पाटिल ने कथित सिंचाई घोटाले की जांच से संबंधित जिस रिपोर्ट का अपने बयान में जिक्र किया है, वह फडणवीस ने 2014 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें दिखाई थी।
साल 1999 से 2009 के बीच जब महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सत्ता में था, तब अजित पवार जल संसाधन विकास मंत्री थे।
पिछले साल अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा विभाजित हो गई थी। इसके बाद अजित पवार को पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ मिला था। शरद पवार अब राकांपा (एसपी) के प्रमुख हैं, जो विपक्षी महा विकास आघाडर (एमवीए) का एक घटक दल है। एमवीए में कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल हैं।
भाषा
जोहेब नेत्रपाल
नेत्रपाल
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