‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का इस्तेमाल महंगाई जैसे मुद्दों से भटकाने के लिए किया जा रहा : कांग्रेस |

‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का इस्तेमाल महंगाई जैसे मुद्दों से भटकाने के लिए किया जा रहा : कांग्रेस

‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का इस्तेमाल महंगाई जैसे मुद्दों से भटकाने के लिए किया जा रहा : कांग्रेस

:   Modified Date:  November 14, 2024 / 08:55 PM IST, Published Date : November 14, 2024/8:55 pm IST

मुंबई, 14 नवंबर (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर खाद्य मुद्रास्फीति जैसे वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और ‘वोट जिहाद’ जैसे नारे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा नीत सरकार की नीतियों से महंगाई बढ़ी है और खाद्य तेल समेत खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रही हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘लहसुन 500 रुपये प्रति किलो और प्याज 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। ज्यादातर परिवारों का रसोई का बजट चरमरा गया है।’’

उन्होंने दावा किया कि जहां राज्य में महायुति सरकार महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये दे रही है, वहीं महंगाई के कारण हर मराठी परिवार से 90,000 रुपये लूटे जा रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘इन बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’, ‘वोट जिहाद’ जैसे नारों का इस्तेमाल किया जा रहा है।’’

खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड में अवैध प्रवासियों की बात की थी, लेकिन देश में पिछले 11 साल से भाजपा की सरकार है। उन्होंने पूछा कि यह घुसपैठ कैसे हुई?

कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा सोचती है कि वह लोगों को बेवकूफ बना सकती है लेकिन लोग उसकी चालें समझते हैं।

भाषा संतोष रंजन

रंजन

 

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