महायुति के पक्ष में पूरी तरह बदला माहौल, उद्धव ‘स्वार्थी और अहंकारी’: शेलार |

महायुति के पक्ष में पूरी तरह बदला माहौल, उद्धव ‘स्वार्थी और अहंकारी’: शेलार

महायुति के पक्ष में पूरी तरह बदला माहौल, उद्धव ‘स्वार्थी और अहंकारी’: शेलार

:   Modified Date:  October 30, 2024 / 09:43 PM IST, Published Date : October 30, 2024/9:43 pm IST

(मनीषा रेगे)

मुंबई, 30 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के पक्ष में माहौल पूरी तरह से बदल चुका है।

बीते लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन ने निराशाजनक प्रदर्शन किया था।

उन्होंने शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की भी आलोचना की और उन्हें ‘अहंकारी व स्वार्थी’ नेता करार दिया।

शेलार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ‘आत्ममुग्धता’ से बाहर आने के लिए तैयार नहीं हैं।

इस साल लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने राज्य की 48 लोकसभा सीट में से सिर्फ 17 पर ही जीत हासिल की की थी जबकि विपक्षी महाविकास आघाडी (एमवीए) ने 30 सीट जीतकर प्रभावशाली प्रदर्शन किया था।

लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीट संख्या घटकर नौ रह गई थी जबकि 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 23 सीटें जीती थीं।

शेलार ने ‘पीटीआई-भाषा’ से एक साक्षात्कार में कहा कि पिछले चुनाव के आंकड़े विश्लेषण के काम में आ सकते हैं लेकिन जमीनी लड़ाई से इनका कोई लेना-देना नहीं है।

यह पूछने पर कि वह विधानसभा चुनावों में भाजपा की संभावनाओं को किस तरह देखते हैं, जिसपर उन्होंने कहा, “हम मौजूदा स्थिति की तुलना 2024 के लोकसभा चुनावों से कर सकते हैं क्योंकि वे सिर्फ छह महीने पहले हुए थे। लेकिन उस चुनाव की तुलना में अब पूरा माहौल बदल चुका है। समय हमारे पक्ष में बदल गया है। यह एक व्यावहारिक बदलाव है। लोग हमारे साथ हैं। हर चुनाव अलग होता है कारण, प्रतिद्वंद्वी और परिस्थितियां अलग होती हैं।”

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद पहले दो महीने हमारे कार्यकर्ता खराब प्रदर्शन से उदास थे।

शेलार ने कहा, “हम केवल विपक्ष के हमलों का जवाब दे रहे थे। अब बदलाव आ गया है। वे (विपक्षी दल) अब टोल माफी और लाडकी बहिन सहित हमारी योजनाओं को निशाना बना रहे हैं। यह एक व्यावहारिक बदलाव है। छात्र, युवा, महिला और किसानों के लिए योजनाओं के कारण लोग हमारे साथ हैं।”

उन्होंने दावा किया, “हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमने इस बात पर चर्चा करने के लिए एक साथ बैठे कि हम लोकसभा चुनाव क्यों नहीं जीत पाए। हमारी कार्यशैली अहंकारी उद्धव ठाकरे के विपरीत सहज थी। उद्धव कांग्रेस पर हावी होने की कोशिश कर रहे हैं जबकि शरद पवार कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि ठाकरे अपनी विफलताओं पर आत्मनिरीक्षण करने के लिए तैयार ही नहीं हैं।

शेलार ने स्वीकार किया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने भी धारणा बदलने में मदद की, जहां भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकस्त दी।

भाजपा नेता ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी -शरदचंद्र पवार को अपनी पार्टी से अधिक सीटें मिलना पचा नहीं पा रहे हैं।

उन्होंने कहा, “जब वह (उद्धव) हमारे सहयोगी थे, तब हमने उनके अहंकार का अनुभव किया है। अब कांग्रेस और शरद पवार इसका अनुभव कर रहे हैं। वह एक अहंकारी और स्वार्थी नेता हैं। उन्हें लगता है कि उन्होंने मुंबई और महाराष्ट्र बनाया है। वह अपने राजनीतिक मित्रों के साथ सम्मान से पेश नहीं आ सकते। उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ भी अच्छा व्यवहार नहीं किया।”

शेलार ने ठाकरे द्वारा एमवीए के लिए मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है तो ठीक है लेकिन क्या कोई सार्वजनिक मंच पर ऐसी मांग करता है।

उन्होंने कहा, “ठाकरे को लगता है कि कांग्रेस और राकांपा-शरदचंद्र पवार को उनकी वजह से ज्यादा सीटें मिली हैं। वह ‘आत्ममुग्धता’ से बाहर आने के लिए तैयार ही नहीं हैं।”

भाषा जितेंद्र शफीक माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)