मुंबई, 30 जून (भाषा) जाली दस्तावेजों के आधार पर लोगों को दक्षिण कोरिया भेजने में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किए गए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट कमांडर रैंक का अधिकारी मुख्य साजिशकर्ता के आदेश का पालन करता था। यह साजिशकर्ता भी नौसेना में पदस्थ था। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक मुंबई अपराध शाख ने लेफ्टिनेंट कमांडर विपिन कुमार डागर (28) समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। डागर को बृहस्पतिवार को कोलाबा से हिरासत में लिया गया था।
उन्होंने बताया कि अन्य आरोपी की पहचान ब्रह्म ज्योति शर्मा, सिमरन तेजी, रवि कुमार और दीपक डोगरा के रूप में हुई है।
पुलिस ने पूर्व में कहा था कि गिरोह ने फर्जी कागजात का इस्तेमाल कर आठ-10 लोगों को पूर्वी एशियाई देश भेजा था, और प्रति मामले वे 10 लाख रुपये वसूले थे।
अपराध शाखा ने बताया कि डागर जाली दस्तावेज तैयार करता था और उन्हें कोरियाई वाणिज्य दूतावास को भेजता था। वह मास्टरमाइंड एवं नौसेना अधिकारी शर्मा से निर्देश लेता था।
भाषा शोभना रंजन
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