(कोमल पंचमटिया)
मुंबई, 23 जून (भाषा) बॉलीवुड अभिनेता और निर्माता अनिल कपूर ने कहा कि किसी को भी बॉक्स ऑफिस पर फिल्म के असफल होने के डर से महिला प्रधान फिल्में बनाने से नहीं डरना चाहिए। उन्होंने ‘आयशा’, ‘वीरे दी वेडिंग’ और हाल ही में ‘क्रू’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया है।
तब्बू, करीना कपूर खान और कृति सेनन अभिनीत ‘क्रू’ फिल्म मार्च में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और इसने दुनिया भर में बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।
ओटीटी मंच ‘नेटफ्लिक्स’ पर पिछले महीने से क्रू फिल्म की स्ट्रीमिंग की गई थी।
राजेश ए. कृष्णन द्वारा निर्देशित ‘क्रू’ फिल्म में दिलजीत दोसांझ और कपिल शर्मा भी हैं। इसका निर्माण बालाजी मोशन पिक्चर्स और अनिल कपूर फिल्म्स एंड कम्युनिकेशन नेटवर्क ने किया है।
यह पूछे जाने पर कि एक निर्माता के तौर पर ‘क्रू’ जैसी महिला प्रधान फिल्म की सफलता उनके लिए क्या मायने रखती है, इसके जवाब में कपूर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”मैं बहुत खुश हूं कि ‘क्रू’ न केवल सिनेमाघरों में, बल्कि नेटफ्लिक्स पर छाई रही। इसने शानदार कमाई की।”
उन्होंने कहा, ”यही कारण है कि काम करते रहना जरूरी है, ताकि हम ‘क्रू’ जैसी फिल्मों का निर्माण कर सकें, जिसे दूसरे लोग बनाने से कतराते हैं। अगर हमें ऐसी फिल्में बनाने का मौका मिला, तो उनमें से कुछ फिल्में चलेंगी और शायद उनमें से कुछ न भी चलें, लेकिन कम से कम हमें ऐसी फिल्में बनाने की कोशिश तो करनी चाहिए।”
अभिनेता अनिल कपूर (67) ने फिल्म की सह-निर्माता और अपनी बेटी रिया कपूर को इसका श्रेय दिया। कपूर ने कहा कि रिया ने अपनी फिल्मों में महिलाओं को मुख्य किरदार के तौर पर पेश करने में कोई संकोच नहीं किया।
भाषा प्रीति दिलीप
दिलीप
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