आंध्र प्रदेश में बाढ़ः नायडू ने अफसरों को खाद्य वितरण में चूक पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी |

आंध्र प्रदेश में बाढ़ः नायडू ने अफसरों को खाद्य वितरण में चूक पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी

आंध्र प्रदेश में बाढ़ः नायडू ने अफसरों को खाद्य वितरण में चूक पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी

:   Modified Date:  September 3, 2024 / 05:39 PM IST, Published Date : September 3, 2024/5:39 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

अमरावती, तीन सितंबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में, विशेषतौर पर विजयवाड़ा में अप्रत्याशित बारिश और सैलाब के बाद राहत कार्य और बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के लिए सभी अधिकारियों को कुशलता से काम करने का मंगलवार को निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं और ‘इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम’ (आईवीआरएस) के माध्यम से लोगों से सीधे प्रतिक्रिया ले रहे हैं।

एनटीआर जिला कलेक्ट्रेट में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा, “लोगों को परेशानियां हो रही हैं। सांप और बिच्छू ऊपरी मंजिलों पर स्थित घरों में भी घुस रहे हैं। मैं आईवीआरएस से बात कर रहा हूं और मुझे सूचना मिल रही है कि कुछ स्थानों पर खाद्य सामग्री नहीं पहुंच रही है। इस अवसर पर आगे आएं और मानवता के साथ काम करें।”

उन्होंने कहा कि वह आईवीआरएस के माध्यम से प्राप्त संदेशों को सीधे अधिकारियों को फोन नंबरों के साथ भेज रहे हैं। उन्होंने लोगों से सही जानकारी देने की अपील की।

नायडू ने कहा कि वास्तविक समय पर सूचना भेजने से उन्हें कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारियों को जमीनी स्तर पर तैनात किया गया है।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर कीमत पर अंतिम व्यक्ति तक खाद्य वितरण सुनिश्चित करने का आदेश दिया और कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की चूक होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित विजयवाड़ा के अजीत सिंह नगर में लोग राहत सामग्री लेकर आ रहे वाहनों पर भीड़ लगा रहे हैं। नायडू ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे वाहनों को मुख्य केंद्रों पर ही रोक दें तथा सामग्री प्रत्येक वार्ड सचिवालय तक पहुंचाएं ताकि अंतिम व्यक्ति तक खाद्य और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण कुशलतापूर्वक किया जा सके।

एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, हाल में हुई मूसलाधार बारिश के कारण 2,684 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचा है जिससे 20 जिलों के किसान प्रभावित हुए।

विजयवाड़ा में मंगलवार तक 323 ट्रेन रद्द कर दी गईं, 170 रेल गाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया तथा 12 ट्रेन आंशिक रूप से रद्द की गई।

राज्य भर में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 6.4 लाख हो गई है और 190 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। राहत शिविरों में 44,041 लोगों को रखा गया है।

नौसेना के दो और वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर खाद्य सामग्री गिरा रहे हैं और फंसे हुए लोगों को निकाल रहे हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि हेलिकॉप्टर ने अब तक 4,870 किलोग्राम खाद्य सामग्री गिराई है और 21 लोगों को बचाया है।

इस बीच, जलभराव और बिजली कटौती के मद्देनजर सोमवार से अजीत सिंह नगर इलाके में कई परिवारों ने अस्थायी रूप से अपने घर खाली करने शुरू कर दिए हैं।

अजीत सिंह नगर में बिजली कटौती तीसरे दिन भी जारी है, जबकि कुछ स्थानों पर पानी का स्तर कम हुआ है।

अजीत सिंह नगर क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य के लिए स्वेच्छा से आगे आए पूर्व पुलिस अधिकारी हरि कृष्ण ने कहा कि कुछ निजी व्यक्ति सरकार को नाव दिए बिना पैसे वसूलने में लगे हुए हैं।

इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।

विभाग ने कहा, “ पांच सितंबर के आसपास पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।”

विभाग ने मंगलवार के लिए उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा का अनुमान जताया है।

भाषा नोमान पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)