आंबेडकर ने महाराष्ट्र सरकार से खानाबदोश जनजातियों के लिए अलग मंत्रालय बनाने का आग्रह किया |

आंबेडकर ने महाराष्ट्र सरकार से खानाबदोश जनजातियों के लिए अलग मंत्रालय बनाने का आग्रह किया

आंबेडकर ने महाराष्ट्र सरकार से खानाबदोश जनजातियों के लिए अलग मंत्रालय बनाने का आग्रह किया

:   Modified Date:  September 18, 2024 / 05:52 PM IST, Published Date : September 18, 2024/5:52 pm IST

मुंबई, 17 सितंबर (भाषा) वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर खानाबदोश जनजातियों की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से उनके लिए एक अलग मंत्रालय स्थापित करने का आग्रह किया है।

आंबेडकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर मंगलवार को यह पत्र साझा किया।

उन्होंने कहा, ”महाराष्ट्र में कई खानाबदोश जनजातियां और आदिवासी समुदाय के लोग विभिन्न स्थितियों पर परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इन समुदायों को अभी तक सरकार से नागरिकता के प्रमाण के साथ-साथ भोजन, कपड़ा और आश्रय पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।”

पूर्व सांसद ने कहा, ”दोनों समुदायों की स्थिति में सुधार लाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को खानाबदोश जनजातियों और आदिवासी समुदायों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक अलग मंत्रालय की स्थापना करने पर विचार करना चाहिए, जिसमें इन समुदाय के लोगों के उचित दस्तावेज तैयार किए जाने पर ध्यान देना चाहिए। ”

आंबेडकर ने पत्र में कहा कि राज्य सरकार को महाराष्ट्र के खानाबदोश और आदिवासी लोगों के लाभ के लिए ‘डॉ० बाबासाहेब अंबेडकर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्‍टीट्यूट’ (बीएआरटीआई), ‘छत्रपति शाहू महाराज रिसर्च, ट्रेनिंग एंड ह्यूमन डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट’ (सारथी) और महाज्योति की तर्ज पर वसंतराव नाइक अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना करनी चाहिए।

उन्होंने अशोक अग्रवाल समिति के सुझावों को भी लागू करने की मांग की।

भाषा प्रीति माधव

माधव

 

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