पुणे, 19 नवंबर (भाषा) राकांपा (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने मंगलवार को संकेत दिया कि उनके चचेरे भाई और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इलाज करा रहीं अपनी मां को बारामती में अपनी समापन चुनावी रैली में शामिल करा कर उन्हें राजनीति में घसीट लिया।
अजित पवार के भाई श्रीनिवास पवार ने दावा किया कि उनकी मां आशा पवार का इलाज रोक कर उन्हें मुंबई से बारामती ले जाया गया।
आशा पवार की उम्र 80 साल के करीब है।
उन्होंने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन सोमवार को बारामती के मिशन मैदान में अजित पवार की रैली में भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि राकांपा नेता अजित पवार इस चुनाव में अपने भतीजे राकांपा (एसपी) के युगेन्द्र पवार के खिलाफ दिलचस्प मुकाबले में हैं, जिन्हें शरद पवार का पुरजोर समर्थन मिला है।
शरद पवार के वफादार श्रीनिवास पवार ने दावा किया कि उनकी मां ने उनसे कहा था कि वह अजित पवार की रैली में शामिल नहीं होंगी।
सुले ने कहा,‘‘मैं हमारी काकी (आशा अनंतराव पवार) को रैली में देखकर हैरान हूं, क्योंकि वह कभी राजनीति में नहीं रहीं। मुझे लगता है कि उनका हमारी राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें राजनीति में क्यों घसीटा जाना चाहिए?’’
अजित पवार के बेटे जय पवार ने दावा किया कि उनकी दादी ने रैली में शामिल होने का फैसला खुद किया था।
भाषा
राजकुमार सुभाष
सुभाष
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