अजित पवार ने बारामती में महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा के लिए ‘पंच शक्ति’ पहल का ऐलान किया |

अजित पवार ने बारामती में महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा के लिए ‘पंच शक्ति’ पहल का ऐलान किया

अजित पवार ने बारामती में महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा के लिए ‘पंच शक्ति’ पहल का ऐलान किया

:   Modified Date:  October 3, 2024 / 04:10 PM IST, Published Date : October 3, 2024/4:10 pm IST

पुणे, तीन अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को पुणे जिले के बारामती में महिलाओं और बच्चों समेत अन्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बृहस्पतिवार को पांच स्तरीय ‘पंच शक्ति’ पहल शुरू करने की घोषणा की।

बारामती के एक कॉलेज में सोमवार को 12वीं कक्षा के एक छात्र की दो नाबालिगों द्वारा चाकू गोदकर हत्या किये जाने की घटना के कुछ दिन बाद उन्होंने यह ऐलान किया।

बारामती राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख अजित पवार का विधानसभा क्षेत्र है। ‘पंच शक्ति’ पहल के बारे में बातचीत करते हुए पवार ने कहा कि वह बारामती में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पर ध्यान देंगे और बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।

बारामती पुलिस इस पहल को लागू करेगी जिसके तहत सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को संवेदनशील बनाने का कार्यक्रम शामिल किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, बैंकों, सरकारी कार्यालयों और कोचिंग कक्षाओं जैसे विभिन्न स्थानों पर एक ‘शक्ति बॉक्स’ (एक शिकायत बॉक्स) स्थापित करना इस पहल का पहला हिस्सा है।

उन्होंने कहा, ‘‘इससे महिलाएं और लड़कियां बिना किसी डर के छेड़छाड़ और पीछा करने जैसी उत्पीड़न की घटनाओं की जानकारी दे सकेंगी।’’

उन्होंने दूसरे उपाय के रूप में ‘एक कॉल, समस्या का समाधान’ टैगलाइन के तहत एक समर्पित हेल्पलाइन यानी शक्ति नंबर शुरू करने की भी घोषणा की है।

पवार ने कहा कि यह सेवा सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध रहेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी समस्या की रिपोर्ट करके तत्काल सहायता प्राप्त कर सके।

तीसरे उपाय के तहत पुलिस थाना स्तर पर एक शक्ति कक्ष स्थापित किया जाएगा जहां दो महिला पुलिसकर्मी महिलाओं की शिकायतों से निपटने के लिए तैनात की जाएंगी।

चौथा उपाय ‘शक्ति नजर’ होगा जिसके तहत सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर आपत्तिजनक पोस्ट पर निगरानी रखी जाएगी ताकि ऑनलाइन उत्पीड़न को रोका जा सके।

पांचवें उपाय के रूप में ‘शक्ति भेट’ कार्यक्रम को शामिल किया जाएगा जो पहले से ही जारी है। इसके तहत समर्पित कार्यकर्ता स्कूलों, कॉलेजों और अन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करके जागरूकता सत्र आयोजित करेंगे।

भाषा संतोष वैभव

वैभव

 

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