(फोटो के साथ)
मुंबई, 16 जून (भाषा) रामायण पर आधारित चर्चित फिल्म ‘आदिपुरुष’ शुक्रवार को रिलीज हो गई, जिस दौरान कई सिनेमाघरों में दर्शकों की काफी भीड़ रही और एक सीट भगवान हनुमान के लिए खाली रखी गई। हालांकि, हैदराबाद में फिल्म की बुराई करने वाले एक व्यक्ति की कथित पिटाई किये जाने का मामला भी सामने आया है।
फिल्म में अभिनेता प्रभास ने राघव (राम), कृति सैनन ने जानकी (सीता), सनी सिंह ने शेष (लक्ष्मण) और सैफ अली खान ने लंकेश (रावण) की भूमिका निभाई है। इसका निर्देशन ओम राउत ने किया है और टी-सीरीज कंपनी निर्माता है। फिल्म को मिल रही मिजी-जुली प्रतिक्रिया के बावजूद पहले दिन इसके बंपर कमाई करने की उम्मीद की जा रही है।
दिन में, ज्यादातर समय सोशल मीडिया पर “आदिपुरुष” फिल्म चर्चा में रही। इस दौरान सीट पर बैठते समय लोगों के प्रार्थना करने की वीडियो और तस्वीरें भी सामने आईँ।
कहीं भगवान हनुमान के फोटो और फूलों से सजी एक सीट, तो कहीं भगवा रंग के कपड़े में लिपटी सीट पर हनुमान का फोटो रख कर माला पहनाई हुई थी और सीट पर “जय श्री राम” लिखा हुआ था।
फिल्म रिलीज होने से पहले निर्माताओं ने जमकर प्रचार किया था। बताया जा रहा है कि फिल्म का बजट 500 करोड़ रुपये है। ट्रेलर लांच होने के मौके पर निर्देशक ने घोषणा की थी कि एक सीट भगवान हनुमान के लिए आरक्षित होगी।
सिनेमाघरों के अंदर और बाहर भावनाओं का सैलाब देखने को मिला। हैदराबाद में कथित तौर पर फिल्म की आलोचना करने पर एक व्यक्ति की पिटाई किए जाने का मामला सामने आया।
बताया जा रहा है कि उस व्यक्ति ने कहा था कि फिल्म में राम का किरदार प्रभास पर जमा नहीं। इसके बाद, उसके और प्रभास के प्रशंसकों के बीच तीखी बहस हो गई, जो देखते ही देखते हाथापाई में तब्दील हो गई।
भगवान हनुमान के लिए खाली रखी गई सीट पर बैठने को लेकर एक व्यक्ति की पिटाई किए जाने के बारे में भी खबरें आई हैं। हालांकि, इन खबरों की पुष्टि नहीं हुई है।
फिल्म को इसके ‘वीएफएक्स’ (विजुअल इफेक्ट्स) की गुणवत्ता और भगवान हनुमान की भूमिका निभाने वाले अभिनेता द्वारा बोले गए ‘टपोरी’ शैली के संवादों के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ा। समीक्षकों ने फिल्म की गंभीरता से समीक्षा की और इसे पुरानी फिल्मों का मिला-जुला रूप बताया।
वितरक-प्रदर्शक अक्षय राठी के पास छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में थिएटर हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म के बारे में शुरुआती रूझान उत्साहजनक हैं।
उन्होंने कहा, “दर्शकों की संख्या बहुत उत्साहजनक है। ‘केरल स्टोरी’ और ‘पठान’ के बाद इस फिल्म के लिए दर्शक अच्छी खासी संख्या में जुट रहे हैं। इसलिए, रामायण पर आधारित इस फिल्म को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शकों को सिनेमाघरों में आता देखना अच्छा अनुभव है।”
व्यापार विशेषज्ञों ने ‘आदिपुरुष’ की अग्रिम बुकिंग संख्या को देखते हुए शानदार शुरुआत का संकेत दिया है। फिल्म ने पहले दिन 80 करोड़ रुपये से अधिक कमाई की।
‘पीवीआर आईनॉक्स लिमिटेड’ के सह-सीईओ गौतम दत्ता ने फिल्म की रिलीज से पहले ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वे पहले दिन “करीब 80-85 करोड़ रुपये” कमाई होती देख रहे हैं।
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 25 सिनेमाघर चलाने वाले सनी चंडीरमानी ने भी फिल्म की शानदार शुरुआत की उम्मीद जताई थी।
उन्होंने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था, “एडवांस बुकिंग बहुत अच्छी है, यह किसी भी बड़ी फिल्म के बराबर है, जैसा कि ‘पठान’ के मामले में हुआ था। हमें उम्मीद है कि फिल्म पहले दिन हिंदी में 25 करोड़ रुपये कमाएगी और कुल मिलाकर, फिल्म को 80-100 करोड़ रुपये की कमाई कर सकती है।”
हालांकि, फिल्म को लेकर प्रतिक्रिया हर जगह समान नहीं रही। जयपुर में तीन स्क्रीन वाला मल्टीप्लेक्स चलाने वाले राज बंसल ने शुक्रवार को दर्शकों की संख्या को लेकर अपनी निराशा साझा की।
उन्होंने कहा, ‘सिनेमाघर की क्षमता की तुलना में 20-25 प्रतिशत दर्शकों ने फिल्म देखी, हमारी औसत टिकट की कीमत 350 रुपये थी। हमें इतनी अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है, अब तक की सबसे खराब। कुछ लोग कह रहे हैं, वीएफएक्स वीडियो गेम के जैसे हैं।”
बंसल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘लोग हंस रहे हैं, मजाक बना रहे हैं। (फिल्म की) रिपोर्ट्स को देखते हुए, ऐसा लगता है कि कमाई कम होगी। फिल्म सोमवार तक टिक नहीं पाएगी। फिल्म का जरूरत से ज्यादा प्रचार इसके खिलाफ गया।’
इस बीच, काठमांडू के महापौर बालेंद्र शाह ने भारतीय फिल्म “आदिपुरुष” के निर्माताओं से सीता के जन्मस्थान को लेकर हुई गलती सुधारने के लिये कहा है, जिसके बाद शहर के सिनेमाघरों में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है।
महापौर शाह ने बृहस्पतिवार को फेसबुक पर लिखा था, “दक्षिण भारतीय फिल्म ‘आदिपुरुष’ में ‘जानकी भारत की बेटी है’ पंक्ति न केवल नेपाल, बल्कि भारत में भी नहीं हटाए जाने तक, काठमांडू महानगर में किसी भी हिंदी फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
नेपाल के फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने भी कहा कि “सीता को भारत की बेटी” बताने संबंधी संवाद में बदलाव किए जाने के बाद ही सिनेमाघरों में फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, माना जाता है कि सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था, जो नेपाल में स्थित है।
शाह ने फेसबुक पोस्ट में निर्माताओं से तीन दिन में संवाद को बदलने के लिए कहा था।
भाषा जोहेब सुभाष
सुभाष
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