Mahakumbh 2025 Latest Update: महाकुंभ में भगदड़ के बाद हुआ ये बदलाव, अब वाहन लेकर मेला स्थल तक नहीं जा पाएंगे श्रद्धालु, जानिए और किन चीजों पर लगी रोक |

Mahakumbh 2025 Latest Update: महाकुंभ में भगदड़ के बाद हुआ ये बदलाव, अब वाहन लेकर मेला स्थल तक नहीं जा पाएंगे श्रद्धालु, जानिए और किन चीजों पर लगी रोक

Mahakumbh 2025 Latest Update: महाकुंभ में भगदड़ के बाद हुआ ये बदलाव, अब वाहन लेकर मेला स्थल तक नहीं जा पाएंगे श्रद्धालु, जानिए और किन चीजों पर लगी रोक

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Modified Date: January 30, 2025 / 08:45 AM IST
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Published Date: January 30, 2025 8:45 am IST

प्रयागराज: Mahakumbh 2025 Latest Update महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद अब स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो गई है। पवित्र संगम तट पर हुई भगदड़ की घटना के बाद सुरक्षा और भविष्‍य में ऐसी घटनाओं को रोके जाने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। पूरे मेला स्थल में नो-व्‍हीकल जोन घोषित कर दिया है। अब किसी भी वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही कई बड़े बदलाव किए गए हैं। सभी वीवीआईपी पास 4 फरवरी तक रद्द कर दिए हैं। ह फैसला मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के कारण लिया गया है। इतना ही नहीं तमाम रास्तों को भी वन वे कर दिया ​गया है। अब श्रद्धालु एक ही रास्ते से आएंगे और दूसरे रास्ते से बाहर जाएंगे।

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Mahakumbh 2025 Latest Update जानिए मेले में क्या हुआ पांच बड़े बदलाव

  • पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्‍हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। 4 फरवरी तक सभी श्रद्धालुओं को पैदल ही चलकर गंगा तट और संगम क्षेत्र तक जाना होगा। आसपास के जिलों से आने वाली बसों को रद्द कर दिया गया है। मेला प्रशासन के आदेश के बाद इन बसों चलाया जा सकता है।
  • मेला क्षेत्र को वन-वे बना दिया गया है। यानी जिस रास्‍ते से श्रद्धालु आएंगे। वे उस रास्‍ते से वापस नहीं जाएंगे। एक तरफ से श्रद्धालु आएंगे और स्‍नान के बाद उन्‍हें दूसरे रास्‍ते से बाहर निकलेंगे।
  • मेले में ड्रोन के साथ ही हेलिकॉप्‍टर से निगरानी की जा रही है। इसमें संगम के साथ पूरे मेला परिसर पर नजर रखी गई है। इसमें कैमरे से लोगों को देखा जा रहा है और लाउड स्‍पीकर के जरिए दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं को अफवाहों से बचने को कहा गया है।
  • वीवीआईपी पास और वाहन पास की एंट्री पास सब कैंसिल कर दिए गए हैं। 4 फरवरी के बाद नए आदेश हो सकते हैं। शहर के अंदर भी एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और नगर निगम के वाहन चल सकेंगे।
  • क्राउड मैनेजमेंट के लिए अफसरों की तैनाती कर दी गई है। जहां-जहां श्रद्धालुओं की भीड़ ज्‍यादा होगी, वहां से उनकी सुरक्षित निकासी कराई जा रही है। बसों और ट्रेनों के माध्‍यम से श्रद्धालुओं को वापस भेजा जाएगा। 360 स्‍पेशल ट्रेनों को तमाम स्‍टेशनों से चलाया जा रहा है।

 

बता दें कि 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करीब 19 करोड़ श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा चुके हैं। यह महाकुंभ विशेष रूप से महत्व रखता है, और मौनी अमावस्या के दिन इसे लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। जिससे भगदड़ मच गई। मची भगदड़ के बाद अब महाकुंभ के इस खास दिन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं।

 

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प्रयागराज महाकुंभ में सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

प्रयागराज महाकुंभ में मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, सभी वीवीआईपी पास रद्द कर दिए गए हैं, और मेला क्षेत्र को वन-वे रूट में बदला गया है। साथ ही ड्रोन और हेलिकॉप्टर से निगरानी की जा रही है।

महाकुंभ में भगदड़ के बाद प्रशासन ने वीवीआईपी पास रद्द क्यों किए?

मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद सुरक्षा के मद्देनजर सभी वीवीआईपी पास और वाहन पास 4 फरवरी तक रद्द कर दिए गए हैं, ताकि सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की जा सके और कोई अप्रिय घटना न हो।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं को क्या नए मार्ग का पालन करना होगा?

मेला क्षेत्र में श्रद्धालु अब एक ही रास्ते से प्रवेश करेंगे और स्नान के बाद दूसरे रास्ते से बाहर जाएंगे, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और उनकी सुरक्षित निकासी हो सके।

प्रयागराज महाकुंभ में सुरक्षा के लिए कौन-कौन से तकनीकी उपाय किए गए हैं?

ड्रोन और हेलिकॉप्टर के माध्यम से मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है, और लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके अलावा, कैमरों से भी मेला क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
 
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