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प्रयागराज। Mahakumbh 2024 : महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद सेवा की व्यवस्था की गई है। महाकुंभ के 45 दिनों के लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सेक्टर-19 में महाप्रसाद केंद्र स्थापित किया गया है। इस्कॉन महाप्रसाद वितरण में सहयोग कर रहा है। महाप्रसाद वितरण के लिए कुल तीन किचेन तैयार किए गए है, जिसमें एक मेला क्षेत्र में है और दो शहर में है।
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महाप्रसाद के लिए 70 वितरण केंद्र बनाए गए है, जिसमें 30 मेला क्षेत्र में है और 40 शहर में है। महाप्रसाद वितरण में कुल 200 से 250 सेवादार एक साथ काम कर रहे है। पूरी तरह से आधुनिक है यह किचेन, इसमें क्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे बड़ी बड़ी गाजियों को उठाया जाता है।
साथ ही रेल ट्रैक भी बिछाए गए है जिसके जरिए खाना बनने के बाद गाजियों को प्रसाद वितरण केंद्र तक लें जाया जाता है। महाप्रसाद के किचेन में रोटी बनाने के लिए मशीन लगी है, जो एक घंटे में 7000 रोटी तैयार कर रही है। रोजाना किलो में नहीं बल्कि टनों में सब्जियों का इस्तेमाल हो रहा है।
महाकुंभ में महाप्रसाद वितरण का क्या उद्देश्य है?
महाकुंभ 2024 में श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है, ताकि लाखों श्रद्धालुओं को संतुलित और उत्तम भोजन उपलब्ध कराया जा सके।
महाप्रसाद वितरण के लिए कितने केंद्र बनाए गए हैं?
महाप्रसाद वितरण के लिए 70 केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 30 मेला क्षेत्र में और 40 शहर में स्थित हैं।
महाप्रसाद के किचन में क्या तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है?
किचन में क्रेन का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि बड़ी गाजियों को उठाया जा सके, और रोटियां तैयार करने के लिए मशीनों का उपयोग किया जा रहा है जो एक घंटे में 7000 रोटियां बना रही हैं।
महाकुंभ में प्रतिदिन कितनी सब्जियां उपयोग हो रही हैं?
महाकुंभ में प्रतिदिन सब्जियों का इस्तेमाल टनों में हो रहा है, जो महाप्रसाद के वितरण के लिए आवश्यक हैं।
महाप्रसाद सेवा में कितने सेवादार काम कर रहे हैं?
महाप्रसाद वितरण में कुल 200 से 250 सेवादार एक साथ काम कर रहे हैं, जो श्रद्धालुओं को भोजन प्रदान करते हैं।