Maha Kumbh 2025 Highligts

Maha Kumbh 2025 Highligts: महाकुंभ का पहला अमृत स्नान आज, संगम तट पर पहुंच रहे 13 अखाड़ों के संत, देखें वीडियो

Maha Kumbh 2025 Highligts: महाकुंभ का पहला अमृत स्नान आज, संगम तट पर पहुंच रहे 13 अखाड़ों के संत, देखें वीडियो

Edited By :  
Modified Date: January 14, 2025 / 07:32 AM IST
,
Published Date: January 14, 2025 6:58 am IST

प्रयागराज: Maha Kumbh 2025 Highligts मकर संक्रांति हिंदुओं का एक महापर्व है। जो पौष मास में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। मकर संक्रांति का त्योहार हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। मकर संक्रांति का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है और यह खासतौर पर भारत में विभिन्न प्रकार से मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से लोग तिल और गुड़ से बने पकवानों का सेवन करते हैं, जैसे तिल गुड़ के लड्डू, और सूर्य देव की पूजा करते हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। पहला अमृत स्नान आज किया जा रहा है। पौष पूर्णिमा स्नान के सफल समापन के बाद आज महाकुंभ में नागा साधुओं के आखाड़े अमृत स्नान करेंगे।

Read More: मकर संक्रांति पर इन राशियों पर मेहरबान हुए ग्रहों के राजा सूर्य, दिलाएंगे चौतरफा लाभ, खूब तरक्की करेंगे ये जातक 

Maha Kumbh 2025 Highligts महाकुंभ मेले में मकर संक्रांति और बसंत पंचमी के अवसर पर सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के ‘अमृत स्नान’ की तिथि, क्रम और समय का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। आइए ऐसे में जान लेते हैं नागा साधुओं के अमृत स्नान का क्रम।

Read More: Flora Max Korba Latest News: महिलाओं को धमकाता था फाइनेंस बैंक का वसूली एजेंट.. जिले के 6 थानों में FIR, 5 बैंक भी सील..

मकर संक्रांति पर अमृत स्नान का क्रम

– मकर संक्रांति (आज) पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़े ने सबसे पहले अमृत स्नान किया। दोनों अखाड़ों ने सुबह 5:15 बजे कैंप से प्रस्थान किया था, इसके बाद दोनों अखाड़े सुबह 6:15 बजे घाट पर पहुंचे। फिलहाल अखाड़ों का स्नान जारी है। ये 40 मिनट तक स्नान करेंगे। फिर घाट से सुबह 6.55 बजे शिविर के लिए प्रस्थान करेंगे और 7.55 बजे शिविर में पहुंचेंगे।

Read More: आज से शुरू होंगे इन लोगों के अच्छे दिन, आर्थिक तंगी से मिलेगी निजात, व्यापार में होगा इजाफा 

दूसरे स्थान पर आएगी इन अखाड़ों की टोली

महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री पंचायती अखाड़ा आनंद दूसरे स्थान पर स्नान करेंगे। ये अखाड़े सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर शिविर से प्रस्थान करके लगभग 7 बजकर 5 मिनट पर घाट पर पहुंचेंगे। इन अखाड़ों को भी स्नान के लिए 40 मिनट का समय दिया गया है। ये 7 बजकर 45 मिनट पर घाट से प्रस्थान करके 8 बजकर 45 मिनट तक अपने शिविर में पहुंचेंगे।

Read More: Sanjeev Balyan Security Removed: हटाई गई मोदी सरकार के इस पूर्व मंत्री की स्पेशल सुरक्षा.. पुलिस पर ही लगाए थे गंभीर आरोप, अब लिखा CM को लेटर..

बैरेगी अखाड़ा

तीन बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा सुबह 9.40 बजे शिविर से निकलकर 10.40 बजे घाट पर पहुंचेगा और 30 मिनट स्नान करने के बाद 11.10 बजे घाट से निकलकर 12.10 बजे शिविर में पहुंचेगा।

Read More: #SarkarOnIBC24: रोजगार की लड़ाई, पॉलिटिक्स हाई, नौकरी बचाने के लिए दंडवत 

अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा सुबह 10.20 बजे शिविर से निकलकर 11.20 बजे घाट पर पहुंचेगा और 50 मिनट स्नान करने के बाद 12.10 बजे घाट से निकलकर 1.10 बजे शिविर में वापस आएगा।

Read More: #SarkarOnIBC24: तीर्थ स्थलों में शराब पर लगेगा बैन! मोहन सरकार ले सकती है बड़ा फैसला 

अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा सुबह 11.20 बजे शिविर से निकलकर 12.20 बजे घाट पर पहुंचेगा। 30 मिनट तक स्नान करने के बाद 12.50 बजे वापस आएगा और 1.50 बजे शिविर में पहुंचेगा।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

महाकुंभ 2025 कब शुरू होगा?

महाकुंभ 2025 का आयोजन जनवरी 2025 में प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में होगा। यह मकर संक्रांति से शुरुआत करेगा और विशेष स्नान पर्वों के साथ समापन होगा।

मकर संक्रांति के दिन अमृत स्नान क्यों किया जाता है?

मकर संक्रांति को विशेष महत्व इसलिए दिया जाता है क्योंकि यह दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का होता है। इस दिन नागा साधु और संत अमृत स्नान करते हैं, जो उनके पापों को धोने और आध्यात्मिक उन्नति के प्रतीक माने जाते हैं।

महाकुंभ 2025 में कौन-कौन से अखाड़े अमृत स्नान करेंगे?

महाकुंभ 2025 में 13 प्रमुख अखाड़े अमृत स्नान करेंगे, जिनमें श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा, श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा, और बैरेगी अखाड़े प्रमुख होंगे।

मकर संक्रांति और बसंत पंचमी में क्या अंतर है?

मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को चिन्हित करता है, जबकि बसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। दोनों पर्वों के अवसर पर सनातन धर्म के विभिन्न आयोजन होते हैं।
 
Flowers