Prayagraj Mahakumbh 2025: इस साल जनवरी 2025 में 144 साल बाद प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इसे लेकर शासन प्रशासन व्यापक तैयारियों में लगे हुए हैं। इस बीच अगर आप भी अपने दोस्तों या अपने परिवार के साथ महाकुंभ में जाकर स्नान करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण खास बातों का ध्यान रखना होगा, जिससे कि आपकी यह यात्रा यादगार और सुविधा जनक बन सके।
जैसे कि आपको मालुम है कि महाकुंभ सनातन धर्म के सबसे बड़े और सबसे पवित्र मेले शामिल है। इस वर्ष इसका आयोजन संगम नगरी प्रयागराज में होने जा रहा है। महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक किया जाएगा। इसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु और संत महात्मा संगम में डुबकी लगाने के लिए आ सकते हैं। इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रण करने के लिए सरकार हर स्तर पर अपनी तैयारी को पुख्ता करने पर जुटी हुई है। लेकिन, अगर आप यहां जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको भी कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा, वह बातें कौन सही हैं? आपको हम मात्र 5 प्वाइंट में बता रहे हैं।
जैसे कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि महाकुंभ में भक्तों की भीड़ का अनुमान मात्र लगाते हुए सरकार और वहां की स्थानीय प्रशासन कई महीनों पहले से प्लानिंग कर रही है। ऐसे में आपको भी समझना होगा कि आप यहां किसी अन्य जगह की तरह सीधे पहुंच कर, स्नान करके और वापस नहीं आ सकते हैं। आपको जनवरी या फरवरी महीने में प्रयागराज जाने के लिए अभी से ट्रिप की पूरी प्लानिंग करनी होगी। स्नान की तिथि देखकर अपने आने और जाने की तारीख तय कर लें और उसके अनुसार ट्रेन, फ्लाइट या बस की टिकट आने और जाने दोनों की बुक कर लें।
पहले तो महाकुंभ 2025 की भीड़ को देखते हुए आपको अपने साथ छोटे बच्चों को नहीं ले जाने की सलाह दी जाती है। लेकिन, अगर आपके साथ कोई बच्चा सफर कर रहा हो, तो उसके गले में डालने के लिए एक खास तरह का पहचान पत्र तैयार कर लें, जिससे आपको अपने बच्चे की पहचान आसानी से हो जाए। इस पहचान पत्र में अपनी जरूरी जानकारी, जैसे मोबाइल नंबर और नाम भी लिख दें, यदि धोके से बच्चा भीड़ में बिछड़ता है तो खोने—पाने से संबंधित स्टॉल में उसकी पहचान हो सके और लाउडस्पीकर में घोषणा के माध्यम से उससे आपको मिलाया जा सके।
आपको बता दें कि प्रयागराज में आने वाले भक्तों के मेडिकल सपोर्ट के लिए खास तैयारियां सरकार कर रही हैं, कई जगहों पर मेडिकल कैंप और दुकानें आपको मिल जाएंगी, लेकिन यात्रा के दौरान या किसी अन्य जगह पर होने वाली मेडिकल ईमरजेंसी को ध्यान में रखते हुए खुद भी आप एक मेडिकल किट साथ में जरूर रखें। इस किट में बैंडेज, कुछ आम दवाइयां जैसे पैरासिटामोल, सेट्रीजीन, पेन किलर, डिटॉल, सर्दी की टेबलेट आदि जरूरी चीजें साथ रख लें। क्योंकि गंगा के ठंडे पानी में नहाने के बाद कई बार लोगों को सर्दी जुकाम की शिकायतें हो जाती हैं।
कई बार लोग जहां जाते हैं, वहां पहुंच कर सीधा होटल या रहने की जगह को बुक करते हैं। लेकिन, महाकुंभ के दौरान आपको प्रयागराज और उसके आसपास कमरा मिलना बहुत मुश्किल हो सकता है। ऐसे में अभी से वहां के लिए अपनी जरूरत के अनुसार कमरा देखकर उसे बुक करा लें। क्योंकि यदि आपको वहां कुछ दिनों तक रुकना पड़े तो आपके आराम के लिए होटल की बुकिंग जरूर करें।
वैसे तो कुंभ के दौरान हर दिन शुभ होता है लेकिन कुछ खास तिथियों को स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। शाही स्नान की तिथियों में इस बात का ध्यान रखें कि विभिन्न अखाड़ों के साधु संत भी उस दिन पूरे शोभा यात्रा निकालकर स्नान करते हैं ऐसे में यात्रा और घाट का ध्यान रखें जिससे कि आप भीड़ में फंसे रहें। खास तिथियां इस प्रकार हैं—
13 जनवरी 2025: पौष पूर्णिमा 14 जनवरी 2025: मकर संक्रांति (प्रथम शाही स्नान)29 जनवरी 2025: मौनी अमावस्या (द्वितीय शाही स्नान)3 फरवरी 2025: बसंत पंचमी (तृतीय शाही स्नान)4 फरवरी 2025: अचला सप्तमी 12 फरवरी 2025: माघी पूर्णिमा 26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि (अंतिम स्नान)
आपको बता दें कि भीड़ को देखते हुए प्रयागराज महाकुंभ 2025 से पहले यहां दिसंबर के महीने में ही भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया है। जिससे लोगों को सहूलियत मिल सके।
FAQ: महाकुंभ 2025 से जुड़ी सामान्य प्रश्नों के उत्तर (Mahakumbh 2025 Important Tips)
महाकुंभ 2025 की खास स्नान तिथियां हैं:
महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ होती है, इसलिए ऑनलाइन होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करें और पहले से ही अपनी जरूरत के अनुसार होटल या धर्मशाला बुक कर लें।
यात्रा के दौरान एक छोटी मेडिकल किट रखें जिसमें पैरासिटामोल, सर्दी की दवाइयां, बैंडेज, पेन किलर, और डिटॉल जैसी जरूरी चीजें हों।
बच्चों के लिए एक पहचान पत्र गले में डालें जिसमें आपके मोबाइल नंबर और नाम लिखे हों। भीड़ में बच्चे के बिछड़ने की स्थिति में यह काफी मददगार होगा।
महाकुंभ 2025 से पहले भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का लोकार्पण किया गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।