Increase of Rs 3 lakh crore in the economy of UP || Maha Kumbh 2025

Mahakumbh Prayagraj 2025: महाकुंभ से मालामाल हुआ उत्तर प्रदेश.. कितने लाख करोड़ का फायदा ये खुद CM योगी आदित्यनाथ ने बताया, आप भी सुनें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 को उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और आर्थिक शक्ति का अद्वितीय उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि अब तक 50 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जो प्रदेश की संगठित व्यवस्था और शक्ति का परिचायक है। इस आयोजन से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का सीधा लाभ मिलेगा।

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Modified Date: February 14, 2025 / 04:09 PM IST
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Published Date: February 14, 2025 4:08 pm IST
HIGHLIGHTS
  • महाकुम्भ के सफल आयोजन पर योगी आदित्यनाथ का सम्बोधन
  • बताया प्रदेश के अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ का इजाफा
  • अब तक 50 करोड़ श्रद्धालु लगा चुके है आस्था की डुबकी

Increase of Rs 3 lakh crore in the economy of Uttar Pradesh due to Maha Kumbh: लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 को उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और आर्थिक शक्ति का अद्वितीय उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि अब तक 50 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जो प्रदेश की संगठित व्यवस्था और शक्ति का परिचायक है। इस आयोजन से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का सीधा लाभ मिलेगा।

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आस्था, परंपरा और ऐतिहासिक धरोहर का संगम

Increase of Rs 3 lakh crore in the economy of Uttar Pradesh due to Maha Kumbh: मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ का आयोजन रक्षा मंत्रालय की भूमि पर होता है, और पिछले आठ वर्षों से उत्तर प्रदेश सरकार को यह भूमि लीज पर सहजता से मिल रही है। इस वर्ष पहली बार श्रद्धालु अक्षयवट, पातालपुरी और सरस्वती कूप के दर्शन कर पा रहे हैं, जो ऐतिहासिक रूप से सीमित पहुंच में थे। यह बदलाव श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जिससे उनकी आस्था और परंपरा को नया जीवन मिल रहा है।

आर्थिक और पर्यटन क्षेत्र में महाकुंभ का योगदान

Increase of Rs 3 lakh crore in the economy of Uttar Pradesh due to Maha Kumbh: सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी वरदान साबित हो रहा है। अनुमान के अनुसार, इस आयोजन से प्रदेश को तीन लाख करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस आयोजन पर हुए खर्च को लेकर सवाल उठाते हैं, लेकिन सरकार ने प्रयागराज के संपूर्ण पुनरुद्धार के उद्देश्य से यह निवेश किया है। महाकुंभ पर कुल 1500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन इससे पर्यटन और व्यापार को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा, जिससे प्रदेश के विकास को नई दिशा मिलेगी।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की शक्ति, संस्कृति और आर्थिक मजबूती का प्रतीक बन चुका है।

1. महाकुंभ 2025 कब और कहाँ आयोजित हो रहा है?

महाकुंभ 2025 प्रयागराज में आयोजित हो रहा है। यह जनवरी 2025 में मकर संक्रांति के स्नान से शुरू होकर मार्च 2025 तक चलेगा।

2. महाकुंभ में कौन-कौन से प्रमुख स्नान दिवस हैं?

मुख्य स्नान तिथियों में मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि प्रमुख हैं।

3. महाकुंभ 2025 में कितने श्रद्धालुओं के आने की संभावना है?

अनुमान है कि इस आयोजन में लगभग 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे।

4. महाकुंभ 2025 का आर्थिक प्रभाव क्या है?

इस आयोजन से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का सीधा लाभ होने की संभावना है।

5. क्या महाकुंभ में दर्शन के लिए विशेष पास या परमिट की आवश्यकता होगी?

सामान्य दर्शन के लिए कोई पास आवश्यक नहीं है, लेकिन विशेष सुविधाओं के लिए सरकार कुछ पास और व्यवस्थाएँ लागू कर सकती है।