Mahakumbh 2025: प्रयागराज। साल 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला लगने वाला है। कुंभ मेला हिंदू धर्म का महापर्व है जिससे करोड़ों लोगों की आस्थाएं जुड़ी होती हैं। इसे लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण पर है। बता दें कि, महाकुंभ मेला भारत का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है, जो हर 12 साल में एक बार प्रयागराज में आयोजित होता है। इसमें लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर आकर स्नान करते हैं। इस मेले के महत्व को देखते हुए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाती हैं।
महाकुंभ में संस्कृत आधारित थीम गेट बनाए जा रहे हैं। साथ ही संस्कृति ग्राम और कला ग्राम भी बनेंगे। बता दें कि, पंडालों में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी भी की जा रही है। वहीं, महाकुंभ में इस बार शास्त्री संगीत से लेकर लोक संगीत की झलक देखने को मिलेगी। दीवारों पर भी विशेष कलाकृतियां उकेरी जा रही। महाकुंभ में संगम आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भारत की परंपराओं के साथ यहां की कलाओं और उसके विविध विधाओं के भी दर्शन हो इसके लिए कुंभ क्षेत्र तीन बड़े सांस्कृतिक मंच बनाए जाएंगे। इनकी क्षमता एक हजार से अधिक दर्शकों की होगी।
कुंभ क्षेत्र में झूंसी, अरैल संगम क्षेत्र में इनका निर्माण किया जाएगा। स्नान पर्वों को छोड़कर पूरे महाकुंभ में 35 दिन यहां शास्त्रीय और उप शास्त्रीय प्रस्तुतियां होंगी। इसके अलावा परेड ग्राउंड में गंगा पंडाल में भी देश के जाने माने कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने को मिलेगी। अतिथि देवो भव के मूलमंत्र को लेकर महा कुंभ आने वाले आगंतुकों का अभिनन्दन होगा। कुंभ क्षेत्र के अलावा शहर के अंदर भी जगह जगह प्रस्तुतियों के लिए मंच तैयार किए जाएंगे। विभिन्न मार्गों से शहर होकर कुंभ क्षेत्र जाने वाले आगंतुकों के अभिनंदन और मनोरंजन के लिए 20 लघु सांस्कृतिक मंचों का निर्माण किया जाएगा। ये मंच पूरी तरह लोक कलाकारों को समर्पित होंगे। यहां अलग-अलग लोक कलाओं के दक्ष कलाकार दिन रात अपनी प्रस्तुतियां देंगे। 10 जनवरी 2025 से ये प्रस्तुतियां आरम्भ करने की संस्कृति विभाग का योजना है।
महाकुंभ मेला 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होगा।
महाकुंभ मेला हर 12 साल के अंतराल पर आयोजित होता है।
महाकुंभ मेला भारत के चार पवित्र स्थानों – प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है।
महाकुंभ में संगम आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भारत की परंपराओं के साथ यहां की कलाओं और उसके विविध विधाओं के भी दर्शन हो इसके लिए कुंभ क्षेत्र तीन बड़े सांस्कृतिक मंच बनाए जा रहे हैं।
महाकुंभ में शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, नृत्य, नाट्य प्रदर्शन, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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