Will Jyotiraditya Scindia become the next CM of MP? : भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव पूर्ण रूप से संपन्न हो चुके हैं। बीजेपी ने बहुमत हासिल कर सरकार बनाने जा रही है। तो वहीं सीएम को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। लगातार दिल्ली में बीजेपी के दिग्गज नेता मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए सीएम को लेकर मंथन कर रहे है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि सोमवार को बीजेपी नए सीएम का ऐलान कर सकती है। तो वहीं छग में आज सीएम का ऐलान हो सकता है।
सोमवार को शाम 4 बजे प्रदेश मुख्यालय में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी जिसमें नए सीएम का ऐलान होगा। सीएम पद की रेस में शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा शामिल हैं।
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मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद पटेल, नरेन्द्र सिंह तोमर, राकेश सिंह, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा के बाद अब सीएम की रेस में एक और नया नाम ज्योतिरादित्य सिंधिया का सामने आ रहा है। सिंधिया के नाम की चर्चाएं तेज होती दिख रही हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश के लोकप्रिय नेता हैं और इस बार के चुनावों में ग्वालियर चंबल अंचल में भाजपा की सीटों में हुए इजाफे ने उनके कद को कहीं न कहीं पार्टी में ऊंचा भी किया है।
मध्यप्रदेश में अगर भाजपा शिवराज सिंह चौहान की जगह किसी ने नए चेहरे को आगे करती है तो ओबीसी वर्ग से आने वाले प्रहलाद सिंह पटेल का नाम सबसे आगे है। लोधी समुदाय से आने वाले प्रहलाद पटेल एक अनुभवी राजनेता है और नरसिंहपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए है, ऐसे में पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व प्रहलाद सिंह पटेल को मध्यप्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकता है। इसके साथ ही प्रहलाद पटेल को हिंदुवादी नेता माना जाता है। मोदी सरकार में मंत्री रहे चुके है। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया था।
मुख्यमंत्री की रेस में भाजपा के कद्दावर नेता नरेंद्र सिंह तोमर का नाम भी सबसे आगे चल रहा है। मध्यप्रदेश में चुनाव अभियान सीमित के अध्यक्ष के तौर पर भाजपा को प्रचंड़ जीत दिलाने में अहम रणनीतिकार की भूमिका निभाने वाले नरेंद्र सिंह तोमर की केंद्रीय हाईकमान प्रदेश की कमान सौंप सकता है। बता दें कि नरेंद्र तोमर एमपी में चंबल क्षेत्र के सबसे बड़े नेता हैं। वहीं मोदी सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं। इसके साथ पूरे एमपी में अनुभवी और दिग्गज नेता भी माने जाते हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान पर केंद्र एक बार फिर दांव लगा सकता है। मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चल रहे सस्पेंस के बीच मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार प्रदेश के दौरे पर जाकर अपनी लोकप्रियता साबित कर रहे है। छिंदवाड़ा, श्योपुर के बाद आज मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गढ़ राघौगढ़ जा रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार कर रहे है कि वह मुख्यमंत्री की रेस में नहीं है। वहीं अगर राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो मध्यप्रदेश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने है ऐसे में पार्टी हाईकमान एक बार फिर शिवराज सिंह चौहान को मौका दे सकती है।
बता दें कि केंद्र से नियुक्त पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में ये बैठक होने वाली है। रविवार रात या फिर सोमवार की सुबह तीनों केंद्रीय पर्यवेक्षक राजधानी भोपाल आ सकते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में भाजपा ने 163 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 66 सीटें जीतीं। वहीं, भारत आदिवासी पार्टी ने एक सीट जीती है।
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