Reported By: Harpreet Kaur
,भोपालः Substandard Medicines in MP Hospital स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भले ही तमाम तरह के दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और ही दिखती है। कहीं अमानक दवाइयों का उपयोग तो कही अव्यवस्था की खबरें लगातार आती रहती है। इसी बीच अब मध्यप्रदेश के शासकीय अस्पतालों को लेकर एक बार फिर चौकाने वाला खुलासा हुआ है। यहां के अस्पतालों में ऑपरेशन थियरेटर और ICU में अमानक दवाइयों का उपयोग हो रहा है। इसे लेकर चिकित्सक महासंघ ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर दोषियों पर एफआईआर और आजीवन कारावास की सजा देने की मांग की है।
Substandard Medicines in MP Hospital मिली जानकारी के अनुसार आईसीयू एवं आपरेशन के दौरान उपयोग की जाने वाली जीवन रक्षक 10 दवाओं को लैब जांच में अमानक पाया गया है। ओआरएस जैसे सामग्री के अमानक पाए जाने से दस्त एवं डायरिया से ग्रस्त बच्चों का इलाज प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ है। चिकित्सक महासंघ ने यह भी दावा किया है कि गंभीर मरीजों पर इन दवाओं का प्रभाव नहीं हो रहा है, जो मरीजों की सेहत को और भी खतरनाक बना रहा है।
चिकित्सक महासंघ ने मुख्यमंत्री को लिए पत्र में कहा है कि सरकारी अस्पताल में लगातार दवाओं के अमानक पाए जाने पर ऐसा प्रतीत होता है कि निर्माता कंपनियों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां निर्मित करने का कोई नियंत्रण नहीं है। अमानक दवाइयां सप्लाई करने वाले दवा निर्माता कंपनियों और दोषियों के लिए आजीवन कारावास का कठोर दंड निर्धारित किया जाए।