भोपालः Shivraj Singh Chauhan Resignation मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विधायक पद से इस्तीफा से दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को अपना इस्तीफा सौंपा है।संविधान में प्रावधान है कि कोई भी व्यक्ति एक साथ विधायक और सांसद नहीं रह सकता। सांसद या विधायक बनने के बाद एक पद से 14 दिन के अंदर इस्तीफा देना होता है। ऐसे में अब शिवराज सिंह चौहान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
Shivraj Singh Chauhan Resignation इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि आज मैं बहुत भावुक हूं। मैंने मध्यप्रदेश विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया है। मैं बुधनी से विधायक था और बुधनी विधानसभा क्षेत्र की जनता मेरे रोम रोम में रमती है, मेरी हर सांस में बसती है। मैंने बुधनी से ही अपने सार्वजनिक जीवन का प्रारंभ किया था। बचपन से ही आंदोलन किए और फिर जनता का प्यार लगातार मिलता चला गया। इसी बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मैं छह बार विधायक रहा, सांसद के चुनाव में भी छह बार इस जनता ने भारी बहुमत से मुझे जिताया। पिछला विधानसभा का चुनाव मैंने रिकॉर्ड 1 लाख 5 हजार वोटों से जीता था और अभी लोकसभा में इसी जनता ने मुझे 1 लाख 46 हजार वोटों से जिताया। बुधनी की जनता की सेवा मैंने पूरे मन से की है, क्योंकि जनता की सेवा ही मेरे लिए भगवान की पूजा है और इस जनता ने भी मुझे भरपूर प्यार दिया है, आशीर्वाद दिया है। जनता के इस प्यार पर मेरा पूरा जीवन न्यौछावर है और अपनी संपूर्ण क्षमता के साथ मैं जनता की सेवा में लगा रहूंगा। अपने प्राणों से प्रिय जनता को बारंबार प्रणाम!
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेतृत्व ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा संसदीय सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने विदिशा संसदीय सीट से रिकॉर्ड 8 लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज की है। यह उनकी प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है। पहले नंबर पर इंदौर के शंकर लालवानी रहे, जिन्होंने 10 लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है। शंकर लालवानी के सामने कांग्रेस प्रतिद्वंदी अक्षयकांति बम ने अपना नामांकन फार्म ही निकाल लिया था, जिससे उनकी जीत और भी आसान हो गई।